प्यार की कोई उम्र नहीं होती
मप्र के देवास जिले में अपनों से ठुकराए गए दो बेसहारा बुजुर्गो ने एक-दूसरे का सहारा बनने की ठान ली और धूमधाम से शादी रचा ली। बेसहारा हुए बुजुर्गो के लिए बना बसेरा वृद्धाश्रम का गुरुवार की शाम नजारा ही निराला था। यहां 65 साल के रवि प्रकाश ठाकुर दूल्हा बने थे और दुल्हन बनी थीं 60 साल की देव बाई।
लगभग आठ साल पहले रवि प्रकाश देवास के बसेरा वृद्धाश्रम में आ गए थे। देव बाई भी वृद्धाश्रम में पहले से थीं। वक्त गुजरने के साथ रवि और देव बाई को एक-दूसरे से प्रेम हो गया और दोनों से आगे का जीवन साथ गुजारने की कसम खाई।
बस फिर क्या था, दोनों ने शादी का ऐलान कर दिया। आश्रम के लिए ऐसा करना समस्या बन गया। मामला प्रति मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में कलेक्टर तक पहुंचा और उन्होंने शादी करने की अनुमति दे दी।
आश्रम प्रबंधक दिनेश चौधरी ने इस शादी की पूरी तैयारी कराई। गुरुवार की शाम को वृद्धाश्रम में ढोल बज रहे थे और बुजुर्ग लोग अपने साथी की शादी में ठुमके लगा रहे थे। रवि पगड़ी बांधे दूल्हा बने तो नारंगी साड़ी में सजी उनकी दुल्हन देव बाई थी। पूरे वैदिक रीति-रिवाज से इनकी शादी कराई गई।