रिपब्लिकन का एक धड़ा कर रहा निक्की हेले का विरोध
वाशिंगटन, 17 जून (आईएएनएस)। अमेरिका में साउथ कैरोलिना प्रांत के गवर्नर पद की उम्मीदवारी की होड़ में शामिल भारतीय मूल की रिपब्लिकन सांसद निक्की हेले को भले ही उनके राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का पूरा सहयोग मिल रहा हो लेकिन प्रांतीय स्तर पर उनकी ही पार्टी के कुछ नेता उन्हें बैकफुट पर धकेलने की कोशिश में हैं।
रिपब्लिकन सांसद ग्रेसहाम बैरेट ने निक्की को पराजित करने के लिए एक अभियान छेड़ रखा है। रिपब्लिकन की ओर से नामांकन के लिए आठ जून को पहले चरण का मतदान हुआ था और इसमें निक्की को 49 फीसदी मत मिले। उम्मीदवारी सुनिश्चित करने के लिए 22 जून को होने वाले मतदान में उन्हें 50 फीसदी मत हासिल करना होगा।
इस बीच निक्की के विरोध करने के मामले में बैरेट अकेले नहीं हैं। राजनीति मसलों पर केंद्रित समाचार पत्र 'पोलिटिको' के अनुसार पहले चरण के चुनाव में चौथे स्थान पर आने वाले लेफ्टिनेट गवर्नर आंद्रे बैवेर ने भी भारतीय मूल की इस कांग्रेस सदस्य के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। वह भी बैरेट के निक्की के विरोध में चलाए जा रहे अभियान का खुलकर साथ दे रहे हैं।
अखबार का कहना है कि निक्की के कुछ खास सहयोगी रहे रिपब्लिकन ही उनके अभियान को रोकने पर आमादा है। विरोधियों के कई हमले झेल चुकीं 38 वर्षीय निक्की के लिए अपनी पार्टी के लोगों से पार पाना आसान नहीं रहेगा।
वैसे रिपब्लिकन पार्टी के बड़े नेता निक्की के समर्थन में जुटे हैं। अलास्का की पूर्व गवर्नर सारा पालिन, मैसाच्यूसेट्स के गवर्नर मिट रोमे और रिपब्लिकन गवर्नर एसोशिएन भी निक्की का समर्थन कर रहा है।
इन सबके बीच अगर नवंबर माह में निक्की को गवर्नर चुन लिया जाता है तो वह साउथ कैरिलोना में इस पद पर पहुंचने वाली पहली महिला होंगी। इसके अलावा किसी अमेरिकी राज्य का गवर्नर बनने वाली वह भारतीय मूल की दूसरी शख्स होंगी। इससे पहले बॉबी जिंदल लुइसियाना के गवर्नर बन चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।