भोपाल गैस त्रासदी पर मंत्रिसमूह की बैठक शुक्रवार को
नई दिल्ली, 17 जून (आईएएनएस)। भोपाल गैस त्रासदी पर केंद्रीय गृहमंत्री पी. चिदंबरम की अध्यक्षता में पुनर्गठित मंत्री समूह (जीओएम) की शुक्रवार को बैठक होगी। बैठक में पीड़ितों के आंसू पोंछने और उनके घावों पर मरहम लगाने के लिए कारगर कदम उठाने पर चर्चा होगी।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, "भोपाल गैस कांड पर जीओएम की बैठक में चर्चा के लिए दो घंटे का समय आवंटित किया गया है। इस दौरान कई मुद्दों पर चर्चा होगी। दुर्भाग्यवश जिन पीड़ितों को उपयुक्त राहत नहीं मिल पाई है, इस पर भी चर्चा होगी।"
उन्होंने कहा, "मुझे विश्वास है कि बैठक में प्राथमिकता के आधार पर सभी चिंताओं पर चर्चा होगी।"
यह पूछे जाने पर कि क्या जीओएम मध्य प्रदेश के वरिष्ठ नेता अर्जुन सिंह से भी उनके विचार मांगेगी, जो कि भोपाल गैस कांड के दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। इसके जवाब में उन्होंने कहा, "मैं इस सवाल का जवाब नहीं दूंगी।"
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जीओएम को इस हादसे से जुड़े सभी पहलुओं पर 10 दिन के भीतर मंत्रिमंडल को रपट देने का गत सोमवार को निर्देश दिया था।
प्रधानमंत्री ने अपने निर्देश में कहा था कि अदालत के हाल के फैसले की वजह से बने हालात का जायजा लेने के लिए, सभी संबद्ध मसलों पर उपलब्ध विकल्पों और समाधानों के आकलन के लिए मंत्री समूह फौरन बैठक करे और मंत्रिमंडल को 10 दिन में उसकी रपट सौंपे।
गैस त्रासदी से जुड़े सभी मसलों पर गौर करने के लिए हाल ही में चिदंबरम की अगुवाई में मंत्री समूह का पुनर्गठन किया गया था।
इसमें केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, वीरप्पा मोइली, एस. जयपाल रेड्डी, कमल नाथ, शैलेजा, एम.के.अझागिरी, पृथ्वीराज चव्हाण और जयराम रमेश शामिल हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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