लाहौर आतंकी हमला : 25 की मौत, 30 घायल (लीड-3)
पुलिस और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावरों ने लाहौर के गढ़ी शाहू और मॉडल टाऊन इलाके में अल्पसंख्यक अहमदी संप्रदाय की दो मस्जिदों पर भारी गोलीबारी और कई जोरदार विस्फोट किए।
जियो टीवी के मुताबिक आतंकवादियों ने मस्जिद में लोगों के ऊपर ग्रेनेड दागे और गोलियां चलाईं।
सुरक्षा बल मॉडल टॉउन इलाके में स्थित मस्जिद में हमला करने वाले सात आतंकवादियों से निपटने में सक्षम थे लेकिन आतंकवादियों ने मस्जिद में कुछ लोगों को बंधक बना लिया था। यह हमला दोपहर करीब ढाई बजे शुरू हुआ।
टेलीविजन फुटेज में दिखाया जा रहा है कि एक मस्जिद की छत पर बंदूकधारी अंधाधुंध गोलियां चला रहे हैं। गोलियां चलने की आवाज बाहर से भी सुनी गई।
एक पुलिस अधिकारी ने पत्रकारों से कहा, "मॉडल टाउन इलाके में मस्जिद पर हमला करने वाला एक आतंकवादी ढेर हो गया। इसमें एक घायल हो गया और एक गिरफ्तार कर लिया गया है।"
मस्जिद में फंसे नमाजियों को लेकर उनके परिजन चिंतित हैं। लोग उनके बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश कर हैं।
ज्यादातर घायलों को जिन्ना अस्पताल ले जाया गया है। हमले में घायल हुए पुलिस के दो जवानों को भी अस्पताल ले जाया गया है।
शहर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और पुलिस ने दोनों मस्जिदों की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए हैं।
हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली है।
इससे पहले 12 मार्च को लाहौर के एक बाजार में हुए एक आत्मघाती हमले में 45 लोग मारे गए थे और 100 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
पिछले साल 15 अक्टूबर को तीन अलग-अलग पुलिस संस्थानों पर तालिबान आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में भारतीय सीमा से केवल 12 किलोमीटर दूर स्थित पुलिस प्रशिक्षण केंद्र को भी निशाना बनाया गया था। इन हमलों में 10 हमलावरों समेत 25 लोग मारे गए थे।
पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर यह दूसरा हमला था। इससे पहले 30 मार्च को भी यहां आठ आतंकियों ने हमला किया था इस हमले में सात प्रशिक्षुओं के अलावा दो नागरिक भी मारे गए थे।
इससे पहले तीन मार्च 2009 को पाकिस्तान-श्रीलंका टेस्ट मैच के लिए श्रीलंकाई टीम को गद्दाफी स्टेडियम लेकर जा रही बस पर हुई गोलीबारी में पांच पुलिसकर्मी मारे गए थे। श्रीलंका टीम के चार खिलाड़ी भी इस हमले में जख्मी हुए थे, इसके बाद यह दौरा खत्म कर दिया गया था।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।