प्रथम श्रेणी के अंक, फिर भी अनुत्तीर्ण
भौतिक विज्ञान में अनुत्तीर्ण होने वाली सुषमा को पूरा विश्वास है कि उसकी उत्तर पुस्तिका के दोबारा मूल्यांकन के बाद बोर्ड अधिकारी उसे उत्तीर्ण घोषित कर देंगे।
लखनऊ के रहने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तेज बहादुर वर्मा की 10 वर्षीय पुत्री सुषमा ने बारहवीं की परीक्षा में 500 अंकों में 309 अंक हासिल कर 61.8 प्रतिशत प्राप्त किए हैं।
उसने हिंदी में 78, अंग्रेजी में 55, जीव विज्ञान में 68, रसायन विज्ञान में 65 अंक हासिल किए हैं।
भौतिक विज्ञान विषय के दो पेपरों में सुषमा को केवल 6 व 7 अंक ही मिले हैं। जबकि इसी विषय की प्रयोगात्मक परीक्षा में 30 अंक हैं। उसे भौतिक विज्ञान में कुल 43 अंक प्राप्त हुए हैं।
उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड के नियमों के मुताबिक किसी भी छात्र का थ्योरी पेपर में पास होना अनिवार्य होता है।
लखनऊ के जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) गणेश प्रसाद ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि 70 अंकों के थ्योरी के पेपर में किसी भी छात्र को कम से कम 22 अंक पाना अनिवार्य होता है। अन्य 30 अंक प्रयोगात्मक परीक्षा के होते हैं।
सुषमा ने शुक्रवार को आईएएनएस से कहा कि उसे पूरा भरोसा है कि उसकी भौतिक विज्ञान की उत्तर पुस्तिका का फिर से मूल्यांकन होने पर वह उत्तीर्ण हो जाएगी।
सुषमा की तरह उसके माता-पिता को भी पूरा यकीन है कि उसकी उत्तर पुस्तिका का दोबारा मूल्यांकन होने पर वह उत्तीर्ण हो जाएगी।
गुरुवार को उत्तर प्रदेश के बारहवीं बोर्ड की परीक्षा के नतीजे घोषित किए गए थे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।