बेहतर स्वास्थ्य देखभाल के लिए और नर्सो की आवश्यकता : उपराष्ट्रपति
अंसारी ने यहां एक समारोह में नर्सो को फ्लोरेंस नाईटैंगल पुरस्कार प्रदान करने के बाद कहा, "इस बात को हर हाल में स्वीकार किया जाना चाहिए कि नर्स के पेशे को करियर के आकर्षक विकल्प के रूप में नहीं देखा जाता। हर किसी को इसके पीछे के सांस्कृतिक और सामाजिक कारणों के बारे में आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है।"
अंसारी ने कहा कि पूर्वी और उत्तरी राज्यों में नर्सो की संख्या में भारी कमी देखी गई है। अंसारी ने कहा, "स्वास्थ्य देखभाल के लक्ष्यों को हासिल करने के रास्ते में नर्सो की भारी कमी एक बड़ी बाधा है।"
अंसारी ने आगे कहा, "60 प्रतिशत से अधिक नर्सिग शिक्षण संस्थान दक्षिण और पश्चिम भारत में हैं, जबकि उत्तरी और पूर्वी भारत में नर्सो की भारी कमी है।"
आबादी के हिसाब से नर्सों की संख्या पर चिंता जाहिर करते हुए अंसारी ने कहा कि गंभीर रोगों की बढ़ती संख्या के मद्देजर नर्सो को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
अंसारी ने कहा, "हमारे पास 10 लाख नर्सो की भारी कमी है। भूरेलाल समिति द्वारा की गई सिफारिश के अनुसार नर्स व आबादी के बीच 1:500 का अनुपात हासिल करने के लिए इतनी संख्या में नर्सो को समयबद्ध तरीके से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।