मप्र में विप्रो के सहयोग से तकनीकी शिक्षा में सुधार की पहल
समझौते के मुताबिक इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरे राज्य में आयोजित किए जाएंगे। ग्रामीण इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के लिए पहला प्रशिक्षण चार जनवरी को खरगोन जिले के बौरावां गांव में आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में खण्डवा, बड़वानी सहित आसपास के जिलों के शिक्षक और विद्यार्थी शामिल होंगे।
प्रदेश के तकनीकी शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की मौजूदगी में मंगलवार को राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति पीयूष त्रिवेदी और विप्रो मिशन 10 एक्स के महाप्रबंधक एस.नागार्जुन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि तकनीकी शिक्षा में गुणवत्ता सुधार शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने आगे बताया कि इंजीनियरिंग महाविद्यालयों से शिक्षा प्राप्त कर हजारों विद्यार्थी दूसरे देशों में सेवाएं दे रहे हैं, ऐसे पूर्व विद्यार्थियों का फरवरी में समागम होगा।
विप्रो के मिशन प्रमुख नागार्जुन ने कहा कि हैदराबाद के बाद पहली बार मध्य प्रदेश में इस तरह के प्रशिक्षण की शुरुआत की जा रही है। उन्होंने बताया कि विप्रो ने इस अभियान की शुरुआत इंजीनियरिंग महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के रोजगार के अवसरों में आ रही कमी को देखते हुए की है। इस प्रशिक्षण से छात्र व्यावहारिक ज्ञान हासिल कर सकेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।