पुलिसकर्मियों की तत्परता से रुका छठा विस्फोट
नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। कनाट प्लेस में रीगल सिनेमा के पास एक बम को खोज निकाल कर उसे निष्क्रिय करने में पुलिसकर्मियों ने अनुकरणीय विवेक और साहस का प्रदर्शन किया। कांस्टेबल सुरेश कुमार ने बिना समय गंवाए बम के सर्किट के तारों को खींच कर बाहर निकाल दिया और उसे निष्क्रिय कर दिया।
नई दिल्ली, 14 सितम्बर (आईएएनएस)। कनाट प्लेस में रीगल सिनेमा के पास एक बम को खोज निकाल कर उसे निष्क्रिय करने में पुलिसकर्मियों ने अनुकरणीय विवेक और साहस का प्रदर्शन किया। कांस्टेबल सुरेश कुमार ने बिना समय गंवाए बम के सर्किट के तारों को खींच कर बाहर निकाल दिया और उसे निष्क्रिय कर दिया।
बम को खोजने और उसे निष्क्रिय करने में अदम्य साहस का परिचय पेश करने वाले कांस्टेबल सुरेश कुमार का कहना है, "कोई भी भय उसे कर्तव्य से नहीं डिगा सकता है।"
कनाट प्लेस के सेंट्रल पार्क में हुए विस्फोट के मिनटों के भीतर सब इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल पी.एन. सुभाष और कांस्टेबल सुरेश कुमार और प्रवीण शर्मा केंद्रीय व्यापारिक क्षेत्र में तलाशी में जुट गए।
कनाट प्लेस पुलिस थाने में तैनात इन चारों की ड्यूटी रीगल सिनेमा हाल पर थी।
प्रवीण शर्मा ने आईएएनएस को बताया, "हमने तुरंत सिनेमा हाल के बाईं ओर के दो कूड़ेदानों (एक नीले और दूसरे हरे रंग वाली) की तलाशी ली .. और जब हमने दाहिनी ओर के कूड़ेदानों की तलाशी ली तो वहां के हरे कूड़ेदान में हमें एक बम मिला।"
सुरेश कुमार ने बिना एक क्षण की देरी किए बम के सर्किट के तारों को खींच कर बाहर निकाल दिया और उसे निष्क्रिय कर दिया।
सुरेश ने आईएएनएस से कहा, "मैं केवल अपना कर्तव्य कर रहा था और इसलिए मैंने और कुछ भी नहीं सोचा।"
उत्तरप्रदेश के लखनऊ जिले के रहने वाले सुरेश ने बताया कि उनके परिजन उनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे।
प्रवीण शर्मा ने घटना का विवरण देते हुए बताया कि सुरेश कुमार ने तुरंत बम के काले और हरे तारों को बाहर खींचकर लाल घड़ी को सड़क पर फेंक दिया।
इसके बाद उन्होंने काले रंग के विस्फोटक पदार्थ के ऊपर रेत के बोरे डाल दिए।
इसके बाद उन्होंने बम निरोधक दस्ते (बीडीएस)को सूचना दी, जिन्होंने शीघ्र ही घटनास्थल पर पहुंचकर अन्य सुरक्षात्मक उपाय किए। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) और बीडीएस ने शनिवार देर रात बम को निष्क्रिय कर दिया।
एनएसजी ने पुलिस को बताया कि रीगल इमारत के पास रखा गया बम कनाट प्लेस में रखे गए बमों से अधिक शक्तिशाली था।
रीगल सिनेमा के पास एक और बम खोजा गया तथा उसे भी निष्क्रिय कर दिया गया।
प्रवीण शर्मा ने छह साल पहले जबकि सुरेश कुमार ने 1994 में दिल्ली पुलिस में नौकरी की शुरुआत की थी।
इन लोगों को आउट आफ टर्न प्रमोशन या इनाम के बारे में पूछे जाने पर पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) आनंद मोहन ने आईएएनएस से कहा, "हम इस पर विचार कर रहें हैं..यह एक नीतिगत निर्णय है जो मुख्यालय से लिया जाएगा। हम उनके लिए निश्चित रूप से कुछ करेंगे।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।