मैक्केन ने अमेरिका में 100 नए एटमी रिएक्टरों के निर्माण की वकालत की
अरुण कुमार
अरुण कुमार
वाशिंगटन, 20 जून (आईएएनएस)। भारत, चीन और रूस जैसे प्रमुख देशों के एटमी ऊर्जा कार्यक्रमों का हवाला देते हुए अमेरिका में राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉन मैक्केन ने अमेरिकी में 100 नए एटमी रिएक्टरों के निर्माण की जमकर वकालत की है।
उन्होंने कहा कि देश की ऊर्जा जरूरते पूरी करने के लिए एटमी ऊर्जा कार्यक्रम का व्यापक विस्तार जरूरी है। गुरुवार को मिसोरी स्टेट यूनिवर्सिटी में एक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने एटमी ऊर्जा कार्यक्रम की पुरजोर वकालत की।
मैक्केन ने कहा कि यह स्वच्छ, सुरक्षित और भरोसेमंद ऊर्जा स्रोत है, इसलिए देश में इसका भरपूर विकास किया जाना चाहिए। उन्होंने इसे पारंपरिक ऊर्जा स्रोत का उपयुक्त विकल्प करार देते हुए कहा कि भारत, चीन और रूस जैसे देश आने वाले दशकों में 100 से अधिक एटमी रिएक्टर बनाने की योजना तैयार कर रहे हैं। पूरे यूरोप में 197 परमाणु रिएक्टर काम कर रहे हैं।
वर्ष 2030 तक अमेरिका में 45 नए परमाणु रिएक्टरों के निर्माण की अपनी योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, "हम आने वाले दशकों में इस लक्ष्य को 100 के बिंदु पर पहुंचाना चाहते हैं। मेरे प्रतिद्वंद्वी बराक ओबामा कहते हैं कि मैं एटमी ऊर्जा का समर्थक नहीं हूं। ऐसा बयान देकर वह खुद एटमी ऊर्जा का विरोधी होने का संकेत दे रहे हैं। मैं स्वच्छ, प्रदूषण रहित और भरोसेमंद ऊर्जा स्रोत का समर्थक रहा हूं।"
फिलहाल अमेरिका में कुल 104 रिएक्टर हैं जिनका देश के कुल ऊर्जा उपभोग में 20 फीसदी योगदान है। 1970 के दशक के बाद से देश में कोई नया रिएक्टर नहीं बना है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।