म्यांमार में राष्ट्रीय शोक घोषित
यंगून, 20 मई (आईएएनएस)। देर से ही सही म्यांमार ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव के आगमन की पूर्व संध्या पर मंगलवार को देश में तीन दिवसीय राष्ट्रीय शोक घोषित किया है।
राज्य संचालित मीडिया ने इस देरी का कारण न बताते हुए सरकार की ओर से सोमवार रात को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि 2 मई को आए तूफान में करीब 1 लाख 33 हजार से अधिक लोगों के मारे जाने या लापता होने की सूचना है।
उधर रविवार को पहली बार सत्तासीन फौजी सरकार के वरिष्ठ जनरल थान श्वे ने पहली बार तूफान पीड़ित क्षेत्र का दौरा किया। जनरल थान श्वे ने कहा कि सरकार राहतकार्यो के लिए 50 अरब क्यात (4.3 करोड़ डॉलर) खर्च कर चुकी है।
रविवार को ही संयुक्त राष्ट्र के मानवीय मामलों के प्रमुख जॉन होम्स भी म्यांमार पहुंचे और इरावदी डेल्टा में स्थित कुछ राहत कैंपों का दौरा किया।
तूफान के दो सप्ताह बाद भी सात लाख से अधिक जरूरतमंद लोगों में से एक-तिहाई तक विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) की सुविधाएं पहुंच सकी हैं।
इसे देखते हुए अंतर्राष्ट्रीय सहायता समुदाय चाहता है कि म्यांमार की सैन्य सरकार इरावदी डेल्टा में विदेशी मदद के लिए अपने नियमों में नर्मी लाए। साथ ही सैन्य सरकार पर अधिक वीजा देने पर भी जोर है।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने भी कुछ दिन पूर्व म्यांमार सैन्य शासन के लिए कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया था। म्यांमार यात्रा के दौरान बान वहां के सरकारी अधिकारियों से मिलेंगे। उसके बाद वह बैंकॉक में राहतकार्यो के मसले पर संयुक्त राष्ट्र-आसियान की बैठक में शरीक होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।