भारत के साथ बातचीत में कश्मीर होगा मुख्य मुद्दा : पाक
इस्लामाबाद, 20 मई (आईएएनएस)। भारत के साथ आज शुरू हो रही विदेश सचिव स्तर की वार्ता से ठीक पहले पाकिस्तान ने कहा है कि कश्मीर का मुद्दा दोनों देशों के बीच बातचीत का प्रमुख विषय रहेगा।
इस्लामाबाद, 20 मई (आईएएनएस)। भारत के साथ आज शुरू हो रही विदेश सचिव स्तर की वार्ता से ठीक पहले पाकिस्तान ने कहा है कि कश्मीर का मुद्दा दोनों देशों के बीच बातचीत का प्रमुख विषय रहेगा।
हालांकि, पाक अधिकारियों का यह भी कहना है कि दोनों देश कैदियों की अदला-बदली, वीजा नीति और द्विपक्षीय व्यापार सहित बेहतर संबंधों की स्थापना के लिए सार्थक बातचीत करेंगे।
कश्मीर को वार्ता का प्रमुख मुद्दा बनाने का फैसला पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के बीच हुई एक बैठक में लिया गया।
'द नेशन' समेत सभी प्रमुख समाचार पत्रों ने एक प्रमुख पाकिस्तानी अधिकारी का वक्तव्य प्रकाशित किया है। वक्तव्य में कहा गया है, "भारत से कहा जाएगा कि प्रमुख विवादित मुद्दे पर सार्थक बातचीत हो ताकि क्षेत्र में स्थायी शांति सुनिश्चित की जा सके।"
गौरतलब है कि दोनों देशों के बीच आपसी बातचीत का यह चौथा दौर है लेकिन पाकिस्तान में 18 फरवरी के चुनावों के बाद लोकतांत्रिक सरकार के गठन के बाद दोनों देशों की यह पहली औपचारिक बातचीत है।
समाचार पत्र 'डेली मेल' ने राष्ट्रपति मुशर्रफ के हवाले से कहा है कि भारत के साथ मजबूत और स्थायी संबंधों की स्थापना के लिए पाकिस्तान को उससे टकराव से बचना होगा।
डेली मेल ने यह भी कहा कि वार्ता के दौरान जयपुर में हुए विस्फोटों और भारत द्वारा दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली के नए प्रस्तावों पर भी बातचीत हो सकती है।
मुशर्रफ द्वारा कश्मीर मुद्दे के हल के लिए सुझाए गए चार बिंदुओं वाले प्रस्ताव का उल्लेख करते हुए पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक और लेखक इकबाल अखुंद ने कहा, "भारत ने इस पर बहुत ठंडी प्रतिक्रिया दी है। वास्तविकता यह है कि कश्मीर में अपनी स्थिति में परिवर्तन के लिए भारत इस समय किसी तरह के राजनैतिक, सैन्य अथवा नैतिक दबाव में नहीं है।"
दोनों देशों के विदेश सचिवों की आज होने वाली वार्ता के बाद बुधवार को भारतीय विदेश मंत्री प्रणब मुखर्जी पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से बातचीत करेंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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