पीएमसीएच में लगी आग की जांच के लिए समिति गठित
पटना, 19 मई (आईएएनएस)। पटना मेडिकल कालेज और अस्पताल (पीएमसीएच)के स्टोर रूम में कल लगी आग से करोड़ों रुपये की जीवन रक्षक दवाइयां जल कर राख हो गयी। आग पर काबू पाने के लिए सात दमकलों को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। आग में दवाइयों के अतिरिक्त कई महत्वपूर्ण फाइलें तथा कम्प्यूटर भी जल गए। इधर, सरकार घटना की जांच कराने की बात कह रही है।
पीएमसीएच के अधीक्षक डा. ओ. पी. चौधरी ने कहा कि आग से कितना नुकसान हुआ है इसका आकलन करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है। उन्होंने आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया। उनका मानना है कि इस स्टोर में 40-50 करोड़ रुपये की दवाइयां रखी हुयी थी। इनमें वे दवाइयां भी हैं जिनकी खरीददारी हाल में ही की गयी थी। इनमें 'हीमोफीलिया' की दवा फैक्टर-8, कुत्ता काटने पर दी जाने वाली एआरवी, फंगीजोन तथा महंगी एंटीबायोटिक भी शामिल हैं। अधीक्षक चौधरी ने बताया कि स्टोर पूरी तरह दवाइयों से भरी हुई थी। आग लगने की घटना के बाद पूरे अस्पताल में अफरा-तफरी का महौल पैदा हो गया ।
घटना के बाद कल रात जायजा लेने स्वास्थ्य मंत्री नंद किशोर यादव और विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार भी पीएमसीएच पहुंचे। कुमार ने कहा कि आग लगने की वजह की जांच की जाएगी और यदि इसके लिए जो कोई भी जिम्मेवार पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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