फैल रहा है थार मरुस्थल
बंगलौर, 19 मई (आईएएनएस)। भारत के उत्तर-पश्चिम में स्थित थार मरुस्थल पूर्वी और उत्तर-पूर्वी दिशाओं में फैल रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार भविष्य में देश में मरुस्थलीकरण एक गंभीर समस्या बन जाएगी।
वैज्ञानिक एवं औद्योगिक शोध परिषद के वैज्ञानिकों पी. गोस्वामी और के.वी. रमेश के अनुसार "साक्ष्यों से जाहिर हुआ है कि अगले सौ वर्षो के दौरान भारत में मरुस्थल के क्षेत्र में व्यापक वृद्धि होगी।"
दोनों वैज्ञानिकों का यह नया अध्ययन 'करंट साइंस' जर्नल में प्रकाशित हुआ है जिसे इंडियन अकादमी ऑफ साइंसेज़ प्रकाशित करता है।
उल्लेखनीय है कि थार का कुल क्षेत्र दो लाख वर्ग किलोमीटर है और यह दुनिया का सातवां सबसे बड़ा मरुस्थल है।
इसका अधिकांश क्षेत्र राजस्थान में पड़ता है और कुछ हिस्सा हरियाणा और पंजाब राज्यों और उत्तरी गुजरात में भी है। थार के उत्तर-पश्चिम में सतलुज नदी और पूर्व में अरावली पर्वतमाला है। इसके दक्षिण का कुछ हिस्सा कच्छ के मैदान में मिलता है।
उत्तर दिशा में थार की सीमा की सही जानकारी नहीं है। इस कारण थार के आकार को लेकर भिन्न मत हैं।
उपरोक्त अध्ययन के लिए बरसात के भिन्न स्वरूपों की भी जांच की गई है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।