ब्रिटेन ने म्यांमार में नौसैनिक हस्तक्षेप की दी चेतावनी
लंदन, 19 मई (आईएएनएस)। ब्रिटेन ने सोमवार को कहा कि यदि म्यांमार के सनिक शासन ने पश्चिमी राहत सामग्री को अस्वीकार करना जारी रखा तो वह नौसैनिक हस्तक्षेप कर सकता है।
ब्रिटेन के विदेश मंत्री लार्ड मेलोक-ब्राउन के हवाले से सोमवार सुबह 'द टाइम्स' ने यह समाचार प्रकाशित किया है।
गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र का एक दल रविवार को यंगून में था ताकि भारत, चीन और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों को म्यांमार में राहत सहायता भेजने के लिए तैयार किया जा सके।
यह साफ नहीं हो सका कि ब्रिटेन तुरंत हस्तक्षेप करने की तैयारी कर रहा है, या वह केवल एशियाई देशों द्वारा सहायता के लिए पहल करने में विफल रहने के बाद ही हस्तक्षेप करेगा।
द टाइम्स के अनुसार हस्तक्षेप के लिए एक अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस का नौसैनिक बेड़ा म्यांमार के तट पर एकत्र हो सकता है।
फ्रांसीसी जहाज ली मिस्ट्रल शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा में दाखिल हो चुका है। इसमें 15,000 लोगों के लिए 1,000 टन सहायता है। ब्रिटिश लड़ाकू पोत एचएमएस वेंस्टमिंस्टर और अमेरिकी पोत यूएसएस एक्सेस इस क्षेत्र में पहले से ही मौजूद हैं।
ब्रिटिश पोत पर तैनात हेलीकाप्टरों द्वारा इस सहायता सामग्री को इरावदी नदी घाटी के तूफान प्रभावित इलाकों में गिराया जाएगा।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री गार्डन ब्राउन शनिवार को पहले ही एकतरफा रूप से म्यांमार में राहत सामग्री हवाई माध्यम से गिराने की संभावना के बारे में बयान दे चुके हैं।
ब्राउन ने ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग कारपोरेशन (बीबीसी) को बताया कि हवाई मार्ग से राहत सामग्री गिराकर हम कोई नियम नहीं तोड़ रहे हैं। हम केवल लोगों को सीधे राहत सामग्री देना चाहते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।