माइक पांडेय अब जगाएंगे 'जल चेतना'
नई दिल्ली, 18 मई (आईएएनएस)। तीन 'ग्रीन ऑस्कर' विजेता पर्यावरण और वन्यजीवों पर आधारित वृत्तचित्र बनाने वाले माइक हरी पांडेय अब देश के जल स्रोतों और ग्रामीण स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर काम कर रहे हैं। वे दूरदर्शन पर राष्ट्रीय प्रसारण के लिए वह 'अर्थ मैटर्स' नामक एक वृत्तचित्र बना रहे हैं। इसमें वह दूषित जल के कारण भविष्य में होने वाली परेशानियों के संबंध में विस्तार से बताएंगे।
उल्लेखनीय है कि इसके लिए वास्तविक तथ्यों को जुटाने में वह इस तरह से जुटे हुए हैं कि अपना सबसे पसंदीदा वन्यजीवों पर आधारित काम करना भी अभी रोक दिया है।
पांडेय कहते हैं कि जल और वायु प्रदूषण के जरिए पर्यावरण प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। वन्य प्राणियों की दिनोंदिन कम हो रही संख्या को वह मुख्य रूप से पर्यावरण के लिए खतरा मानते हैं।
'इंडिया हैबिटेट सेंटर' स्थित 'विजुअल आर्ट गैलरी' पहुंचे पांडेय ने आईएएनएस से कहा, "देश में पानी की समस्या लगातार बढ़ रही है। यह चिंताजनक है। भारी खनिजों के कारण भूजल भी प्रदूषित हो रहा है।"
उन्होंने कहा, "कीटनाशक के लगातार इस्तेमाल ने भी जल प्रदूषण बढ़ाया है। इससे खाद्य सामग्रियां प्रभावित हो रही हैं। परिणामस्वरूप लोगों में शारीरिक और मानसिक बीमारियां बढ़ती जा रही हैं।"
आजादी के 60 साल बाद भी जनसंख्या के 67 प्रतिशत लोगों द्वारा पर्यावरण की अनदेखी करने को वह दुखद बताते हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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