राम मंदिर बनने में अब ज्यादा विलंब नहीं : विहिप
नई दिल्ली, 12 मई (आईएएनएस)। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल ने कहा है कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में अब ज्यादा विलंब नहीं होगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि संसदीय कानून के तहत राम मंदिर का निर्माण होगा न कि अदालत के निर्णय से।
राजधानी में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए सिंघल ने कहा, "राम जन्म भूमि एक बड़ा विषय है। पिछले 60 वर्षो से यह मामला अदालत में है और अभी भी चल रहा है। राम मंदिर अदालत के निर्णय से नहीं बन सकेगा।"
उन्होंने कहा कि अगली सरकार तथाकथित धर्मनिरपेक्ष ताकतों के हाथ में नहीं रहेगी।
राम सेतु मामले पर 8 मई को आए उच्चतम न्यायालय के फैसले का स्वागत करते हुए सिंघल ने कहा कि इस निर्णय के बावजूद केंद्र सरकार की नीयत साफ नहीं है। उन्होंने सरकार पर अदालत के फैसले की अवहेलना का आरोप लगाया और कहा कि सरकार का लगातार यही प्रयास रहा कि जो स्थगन आदेश राम सेतु शिपिंग परियोजना पर अदालत ने दिया है वह उसे वापस ले ले ताकि राम सेतु को तोड़ कर वह इस योजना को पूरा कर सके।
सिंघल ने बताया कि राम सेतु पर आगे की रणनीति तय करने के लिए विहिप के केंद्रीय मार्गदर्शक संतों का मंडल आगामी 15 और 16 जून को हरिद्वार में बैठेगा और पूर देश में राम सेतु के जन-जागरण की योजना बनाएगा तथा सरकार को बाध्य करेगा कि वह राम सेतु को एतिहासिक धरोहर घोषित करे।
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि राम सेतु आंदोलन का नेतृत्व संत ही करेंगे और किसी राजनीतिक दल को इसका नेतृत्व करने नहीं दिया जाएगा। भले ही वह भारतीय जनता पार्टी ही क्यों न हो। उन्होंने सेतु समुद्रम परियोजना के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और केंद्रीय जहाजरानी व सड़क परिवहन मंत्री टी. आर. बालू की जमकर आलोचना की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।