देश में उत्पादित 72 प्रतिशत फल और सब्जियां हो जाती हैं नष्ट
नई दिल्ली, 12 मई (आईएएनएस)। उचित खुदरा बिक्री व्यवस्था और पर्याप्त भंडारण क्षमता के अभाव में देश में उत्पादित लगभग 72 प्रतिशत फल और सब्जियां बर्बाद हो जाती हैं।
कृषि एवं सहकारिता मंत्रालय के सचिव पी.के. मिश्र ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में यह जानकारी दी।
मिश्र ने कहा, "चीन के बाद भारत में सबसे अधिक सब्जियों का उत्पादन होता है। कृषि क्षेत्र के कुल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) में फलों और सब्जियों की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत से अधिक है। फसल विविधिकरण के कारण बागवानी उत्पादन बढ़ा है। पिछले वर्ष यह 185.2 अरब टन तक पहुंच गया था।
लेकिन उत्पादन बढ़ने के बाद ही वास्तविक चुनौती पेश आती है। उचित खुदरा बिक्री के अभाव में 72 प्रतिशत से ज्यादा फल एवं सब्जी बर्बाद हो जाते हैं।"
इस मौके पर कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा कि कृषि क्षेत्र में फिलहाल कई बाधाएं मौजूद हैं। उन्होंने कहा, "इस क्षेत्र में आपूर्ति श्रृंखला, कम उत्पादन स्तर, उत्पादन के बाद की बर्बादी, उचित भंडारण का अभाव, अपर्याप्त शीत भंडार और परिवहन तंत्र, लाजिस्टिक और आपूर्ति प्रबंधन जैसी कई बाधाएं मौजूद हैं।"
कृषि मंत्री ने कहा कि केवल संगठित और पांपरिक खुदरा तंत्र ही देश में फल और सब्जी क्षेत्र के विकास को गति दे सकता है। पवार ने देश में फलों और सब्जियों के विपणन के लिए उचित खुदरा बिक्री तंत्र के विकास के लिए अलग से नीति बनाए जाने की मांग की।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।