कपडा. चमडा. हस्तशिल्प निर्यातकों को राहत पैकेज
नयी दिल्ली 29 नवंबर .वार्ता. सरकार ने पये की मजबूती की मार ेलरहे निर्यातकों को तीन नई सेवाओं में सेवाकर से छूट देने और कपडा.चमडा. हस्तशिल्प तथा समुद्री उत्पाद निर्यातकों को बैंकों से मिलनेवाले निर्यात रिण के ब्याज पर दो प्रतिशत की और छूट देने की आजघोषणा की1 इससे पहले जुलाई में लघु एवं मौले क्षेत्र के निर्यातकों. कपडा.रेडीमेड गामेर्ंट. चमडा उत्पाद. हस्तशिल्प. सहित इंजीनियरिंग उत्पाद.खेलकूद और खिलौनों. प्रसंस्कृत कृष िउत्पाद सहित नौ क्षेत्रों केनिर्यातकों को निर्यात रिण पर ब्याज में दो प्रतिशत छूट दी गई थीलेकिन इस बार अतिरिक्त दो प्रतिशत की छूट केवल चमडा. हस्तशिल्प.समुद्री उत्पाद और .मानव निर्मित फाइबर. को छोडकर आरएमजी औरकालीन सहित कपडा क्षेत्र की सभी श्रेणियों को दी गई है
वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने लोकसभा में इस पैकेज की घोषणाकरते हुये निर्यातकों को तीन नई सेवाओं पर लगने वाले सेवाकर सेभी निजात देने का एलान किया है1 निर्यातकों को अब स्टोरेज औरभंडारण सेवाओं. विशेष सफाई सेवाओं और व्यवसायिक प्रदर्शनीसेवाओं के इस्तेमाल पर दिये जाने वाले सेवा कर की अदायगी नहींकरनी होगी
श्री चिदंबरम ने 2007..08 की अनुपूरक अनुदान मांग और2005..06 की अतिरिक्त अनुदान मांगों पर हुई चर्चा का उत्तर देतेहुये निर्यातकों को राहत पहुंचाने के लिये ये घोषणायें की1 उन्होंनेड्यूटी ड्राबैक सुविधा के भुगतान में 30 दिन से अधिक की देरी होने परसरकार की तरफ से छह प्रतिशत ब्याज दिये जाने की सुविधा टर्मिनलउत्पाद शुल्क .टीईडी. और केन्द्रीय उत्पाद शुल्क .सीएसटी. के मामलेमें भी देने की घोषणा की1 उन्होंने बताया कि टीईडी और सीएसटीकी क्षतिपूर्ति के लिये आवंटन राशि अनुपूरक अनुदान मांगों में 300करोड से बढाकर 600 करोड पये कर दी गई है
श्री चिदंबरम के उत्तर के बाद सदन ने इस साल की 33290.87करोड पये की अनुपूरक अनुदान मांगों और 2005..06 की 97205.18करोड पये की अतिरिक्त अनुदान मांगों और तत्संबंधी विनियोगविधेयक को ध्वनिमत से पारित कर दिया
महाबीर समरेन्द्र जगबीर1748जारी वार्ता