किन कंपनियों में नौकरी खोज रहे हैं दुनिया भर के युवा
भारत के युवाओं की पसंद अमेरिका और ब्रिटेन के युवाओं से बिल्कुल अलग है.
आप किस तरह की कंपनी में नौकरी करना चाहते हैं?
जहां आगे बढ़ने के मौक़े हों, क्रिएटिविटी की जगह हो, नई तकनीक हो, स्थिरता और अच्छी सैलरी हो.
ये वो अरमान हैं जो दुनिया भर के करोड़ों लोग अपनी नौकरी से रखते हैं. बिजनेस और रोज़गार आधारित सोशल नेटवर्क 'लिंक्डइन' ने यह बात कही है.
'लिंक्डइन' ने उन कंपनियों की सालाना सूची जारी की है, जिनमें लोग काम करने को आतुर रहते हैं.
'लिंक्डइन' ने अपने 50 करोड़ से ज़्यादा यूजर्स के चाल-चलन के आधार पर बताया है किन देशों में लोग किन कंपनियों को किन वजहों से पसंद कर रहे हैं.
यह सूची देशों के लिहाज़ से अलग-अलग बनाई गई है. इसमें अल्फ़ाबेट (गूगल), एमेज़ॉन, फ़ेसबुक से लेकर उबर जैसी कंपनियां शामिल रहीं. लिंक्डइन और इसके मालिकाना हक़ वाले माइक्रोसॉफ़्ट को इस आकलन में जानबूझकर शामिल नहीं किया गया.
भारत: फ़्लिपकार्ट पहले नंबर पर
बीते कुछ महीनों में मिली सख़्त चुनौतियों के बावजूद फ़्लिपकार्ट लगातार दूसरी बार भारत में पहले नंबर पर बना रहा.
एमेज़ॉन के दो पूर्व कर्मचारियों सचिन बंसल और बिनी बंसल ने यह कंपनी शुरू की थी और सिर्फ़ दस साल में यह भारतीय ई-कॉमर्स का सबसे बड़ा ब्रांड बन गई है. लिंक्डइन के मुताबिक, फ़्लिपकार्ट में क़रीब 3 हज़ार कर्मचारी काम करते हैं.
भारत में कर्मचारियों की चहेती कंपनियों में छठे नंबर पर एचसीएल, सातवें पर अडोब, आठवें पर अल्फ़ाबेट (गूगल), नौवें पर ओयो रूम्स और दसवें पर रिलायंस इंडस्ट्रीज़ रहा.
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अमेरिका: अल्फ़ाबेट के लिए दीवानगी
इतने सारे लोग अल्फ़ाबेट (गूगल) के लिए क्यों काम करना चाहते हैं? इस कंपनी में काम करने के माहौल की दुनिया भर में चर्चा होती है. 'लिंक्डइन' के मुताबिक, इस कंपनी में आपको उस दिशा में काम करने के संसाधन और मौक़े मिलते हैं, जो बिना ड्राइवर वाली कार बनाने या चरमपंथ से लड़ने जितना अहम है. 'लिंक्डइन' के मुताबिक दुनिया भर में गूगल के 72 हज़ार कर्मचारी हैं.
ब्रिटेन: जॉन लुइस पार्टनरशिप में नौकरी चाहते हैं लोग
लगातार दूसरे साल जॉन लुइस पार्टनरशिप ब्रिटेन की सबसे चहेती कंपनी बनी है. इसी साल जनवरी में पॉला निकोल्ड्स इस चेन की पहली महिला एग्ज़ीक्यूटिव डायरेक्टर बनी थीं. उन्होंने 22 साल पहले इसी कंपनी से बतौर इंटर्न अपना करियर शुरू किया था.