#UPTET 2017: कैसे मिलेगी नौकरी? जानें सारी बातें
उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (UPTET) का एडमिट कार्ड जारी हो गया है। ऐसे में हम आज आपके लिये TET से संबंधित तमाम महत्वपूर्ण और अत्यन्त उपयोगी जानकारियां लाए हैं जो आपको तैयारी के लिये...
इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश अध्यापक पात्रता परीक्षा (UPTET) का एडमिट कार्ड जारी हो गया है। ऐसे में हम आज आपके लिये TET से संबंधित तमाम महत्वपूर्ण और अत्यन्त उपयोगी जानकारियां लाए हैं जो आपको तैयारी के लिये मजबूती देंगी। साथ ही सरकारी जॉब दिलाने में कारगर साबित होंगी। यह सारी जानकारी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी मुक्ता सिंह से विशेष बातचीत व उपलब्ध जानकारी के आधार पर प्रस्तुत की जा रही है। सबसे पहले आप यह जान ले कि टीईटी एक राज्य स्तरीय परीक्षा है। इसके माध्यम से अभ्यार्थी के शिक्षक बनने की पात्रता य कहें योग्यता को परखा जाता है। इसके परीक्षा का आयोजन उत्तर प्रदेश शिक्षा बोर्ड करता है। सामान्यतः यह परीक्षा नवंबर या दिसंबर में आयोजित होती है। लेकिन इस बार यह परीक्षा 15 अक्टूबर को हो रही है।
परीक्षा के बारे में जाने
साधारण शब्दों में और आधिकारिक रूप से टीईटी का महत्व यह है कि, अगर सरकारी टीचर बनना है। तो टीईटी परीक्षा पास करना अनिवार्य है। वैसे तो टीचर बनने के लिये बीएड की डिग्री अनिवार्य है। लेकिन बीएड के बाद टीईटी पास करने पर ही आपको सरकारी नौकरी मिल पाएगी। एक आवश्यक बात यह भी है कि टीईटी परीक्षा दो भागों में बंटी है। एक प्राइमरी और दूसरी अपर-प्राइमरी। प्राइमरी टीचर का अर्थ हुआ कक्षा 1 से 5 तक पढ़ाने वाले शिक्षक जबकि अपर-प्राइमरी टीचर का मतलब है कक्षा 6 से 8 तक पढाने वाला शिक्षक।
दोनों परीक्षाओं में अलग अलग स्तर के प्रश्न होतें है। इनमे बहुविकल्पीय प्रश्न आते है। जिसमे परीक्षार्थी को दो उत्तर में से एक सही उत्तर चुनना होता है। परीक्षा अवधि ढाई घंटे की होती है। अगर आप टीचर बनना चाहते हैं। तो पहले निर्णय कर लें कि कौन से स्तर के टीचर बनेंगे। यानी प्राइमरी य अपर-प्राइमरी। फिर इसके हिसाब से ही अपनी तैयारी करें। अगर आप प्राइमरी का टीचर बनना चाहते हैं तो आपके लिये टीईटी प्रथम प्रश्न पत्र की तैयारी करनी चाहिये और इसकी परीक्षा देनी चाहिये। वहीं आपको अगर अपर-प्राइमरी का टीचर बनना है तो टीईटी द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा आपको पास करनी होगी। यहां सबसे खास बात यह हैं कि आपके यह भी आप्शन होगा कि आप दोनों परीक्षा भी दे सकते हैं। दोनो परीक्षा पास करने पर आपके पास दोनों तरह की शिक्षक भर्ती के अनुसार अपनी दावेदारी का मौका होगा। ये भी पढ़ें- UPTET 2017 का Admit Card जारी, ऐसे डाउनलोड करें
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टीईटी के लिए योग्यता
टीईटी के लिए जो सबसे जरूरी बात है। वह हैं योग्यता। अगर आप टीचर बनने के लिए टीईटी परीक्षा देना चाहते हैं। तो उससे पहले आपके पास एक निर्धारित शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए। योग्यता की शर्त को आप अच्छे से समझ लीजिए।
प्राइमरी
टीचर
के
लिए
टीईटी
की
योग्यता
प्राइमरी
टीचर
बनने
के
लिए
टीईटी
पास
करने
से
पहले
आपके
पास
किसी
भी
मान्यता
प्राप्त
विश्वविद्यालय
से
न्यूनतम
50%
अंकों
के
साथ
बैचलर्स
डिग्री
होनी
चाहिए।
यह
प्रत्एक
कोर्स
के
साथ
अनिवार्य
है।
इसके
अलाव
एनसीटीई
(नेशनल
काउंसिल
फॉर
टीचर
एजूकेशन)
अथवा
आरसीआई
यानी
भारतीय
पुनर्वास
परिषद
से
मान्यता
प्राप्त
दो
वर्षीय
डिप्लोमा
होना
चाहिए।आप
चाहे
तो
बैचलर्स
डिग्री
के
साथ
आप
दो
वर्षीय
बीटीसी,
सीटी
(नर्सरी)/
नर्सरी
टीचर
ट्रेनिंग
(एनटीटी)
का
कोर्स
कर
भी
सकते
हैं।
इसके
अलावा
स्पेशल
बीटीसी,
स्पेशल
बीटीसी
उर्दू,
अलीगढ़
मुस्लिम
यूनिवर्सिटी
से
उर्दू
टीचिंग
में
डिप्लोमा
य
11-08-1997
से
पूर्व
मौलमी-ई-उर्दू
की
योग्यता
आपको
टीईटी
परीक्षा
में
बैठने
का
मौका
दे
सकती
है।
अपर
प्राइमरी
टीचर
के
लिए
टीईटी
की
योग्यता
इसके
लिए
भी
किसी
भी
मान्यता
प्राप्त
विश्वविद्यालय
से
न्यूनतम
50%
अंकों
के
साथ
स्नातक
डिग्री
होनी
चाहिए।
यह
प्रत्एक
कोर्स
के
साथ
अनिवार्य
है।
इसमें
स्नातक
डिग्री
और
नेशनल
काउंसिल
फॉर
टीचर
एजूकेशन
(एनसीटीई)
से
मान्यता
प्राप्त
बीटीसी
डिग्री।
भारतीय
पुनर्वास
परिषद
(आरसीआई)
से
बीड
या
बीएड
स्पेशल
एजूकेशन।
अगर
आपके
पास
स्नातक
में
45%
अंक
हो
तो
बीईडी
डिग्री
लेकर
टीईटी
पास
करिए।
स्नातक होना जरूरी
टीचर बनने के लिए आप इंटर लेवल पर ही तैयारी शुरू कर सकते है। इसके लिए आपको न्यूनतम 50% अंकों के साथ इंटरमीडिएट (10+2) और एनसीटीई और यूजीसी से मान्यता प्राप्त संस्थान से चार वर्षीय बीएससी बीएड/बीए बीएड। जबकि प्राइमरी एजूकेशन में चार वर्षीय डिग्री भी लेकर टीईटी परीक्षा दे सकते हैं।
इसे
भी
जाने
टीईटी
में
बैठने
व
किसी
खास
विषय
का
टीचर
बनने
के
लिए
भी
व्यवस्था
है।
इसी
तरह
अलग
अलग
विषयों
को
लेकर
भी
विशेषता
कोर्स
होते
हैं।
अमूमन
संबंधित
विषय
में
स्नातक
की
डिग्री
की
आवश्यकता
पड़ती
है।
जैसे
संस्कृत
व
अंग्रेजी
के
लिए
इसी
विषय
में
स्नातक
और
बीसीटी/
नर्सरी
टीचर
ट्रेनिंग
अथवा
डीएड।