फैक्ट चेक: क्या 'प्रधानमंत्री रोजगार योजना' के तहत सरकार दे रही है नौकरियां? जानें सच
नई दिल्ली, जुलाई 21: कोरोना महामारी के चलते देश में हजारों लोगों की नौकरियां चली गई हैं। नौकरियां जाने के चलते लोगों के सामने आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में सरकार की ओऱ से लोगों को सहायता देने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसी का फायदा उठाकर सोशल मीडिया पर लोगों को फर्जी नौकरी देने के नाम पर बड़ा स्कैंडल चल रहा है। इतना ही नहीं ये लोग नौकरी के रजिस्टेशन के लिए 100 रुपए की फीस भी ले रहे हैं।
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सरकार ने मंगलवार को लोगों को नौकरी देने का दावा करने वाली एक वेबसाइट पर सफाई दी है। पीआईबी फैक्ट चेक ने ट्विटर पर खुलासा किया कि www.pmrojgaaryojna.in नाम की वेबसाइट विभिन्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित कर रही है। इसके अलावा, इसने आगे कहा कि वेबसाइट आवेदकों से पंजीकरण शुल्क के रूप में 100 रुपये भी ले रही है। हालांकि, सरकार ने जानकारी दी है कि वेबसाइट फर्जी है।
वेबसाइट, जो अभी भी सक्रिय है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर के साथ 'प्रधानमंत्री रोजगार योजना' नामक एक फर्जी योजना प्रदर्शित करती है। हालांकि, सरकार की फैक्ट चेक टीम ने यूजर्स से इस तरह की फर्जी वेबसाइटों से जुड़ने से बचने का आग्रह किया है। फर्जी वेबसाइट ने नौकरी के पदों के लिए आवेदन करने के चरणों के साथ-साथ आवेदन शुरू करने और बंद करने की तारीखों का भी उल्लेख किया है।
इसके अलावा, यह भी दावा किया गया है कि 81,034 से अधिक रिक्त पद हैं। होम पेज के नीचे, वेबसाइट भारत सरकार से संबंधित होने का दावा करती है। इसके अलावा, वेबसाइट का 'हमसे संपर्क करें' अनुभाग लोगों से अपना विवरण भरने का आग्रह करता है। फर्जी वेबसाइट पर अपनी योग्यता और वेतन वर्गों के साथ विभिन्न भूमिकाओं की एक सूची भी है। इसके अलावा, वेबसाइट की एक अन्य विशेषता में 'मेरिट लिस्ट' भी शामिल है।
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प्रेस सूचना ब्यूरो के फैक्ट चेक हैंडल ने कहा कि वेबसाइट और भर्ती अधिसूचना दोनों फर्जी हैं। नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे ऐसी धोखाधड़ी वाली वेबसाइटों से न जुड़ें। फर्जी खबर यानी फेक न्यूज से निपटने के लिए पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) ने केंद्र सरकार के मंत्रालयों, विभागों और योजनाओं के बारे में खबरों का सत्यापन करने के लिए एक 'तथ्य जांच इकाई' गठित की है जिसे पीआईबी फैक्ट चेक टीम कहा जाता है। पीआईबी फैक्ट चेक टीम द्वारा आप भी किसी भी संदेश की सत्यता की जांच करा सकते हैं। इसके तहत मीडिया में सरकार और सरकारी योजनाओं से जुड़ी खबरों की सच्चाई का पता लगाया जाता है। अगर आपके पास भी कोई डाउटफुल खबर है तो आप उसे factcheck.pib.gov.in या फिर वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः [email protected] पर भेज सकते हैं। इसके बारे में ज्यादा जानकारी पीआईबी की वेबसाइट pib.gov.in पर भी उपलब्ध है।
Fact Check
दावा
www.pmrojgaaryojna.in नाम की वेबसाइट विभिन्न पदों के लिए आवेदन आमंत्रित कर रही है।
नतीजा
प्रेस सूचना ब्यूरो के फैक्ट चेक हैंडल ने कहा कि वेबसाइट और भर्ती अधिसूचना दोनों फर्जी हैं।