Fact check: घर पर सेटेलाइट गिरी तो मिलेगा 74 करोड़ का मुआवजा, जानिए वायरल पोस्ट का सच
Fact check: सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए दावा किया जा रहा है कि अगर किसी के पर सेटेलाइट गिरी तो उसे मुआवजे के तौर पर 74 करोड़ मिलेंगे।
Fact Check satellite crashed on house: सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा करते हुए कहा जा रहा है कि अगर किसी घर पर अंतरिक्ष से सैटेलाइट आकर गिरती है तो उसको मुआवजे के तौर पर करोड़ों ने भारी भरकम रकम मिलेगी। ऐसे ही दावे वाले पोस्ट सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं। ऐसे में क्या है इस वायरल पोस्ट की हकीकत जानिए...
दरअसल, अभय गुप्ता @7echnical_life के इंस्टाग्राम पेज पर एक पोस्ट शेयर की गई है। 5 दिसंबर को इस पेज पर पोस्ट के जरिए बताया गया है कि यदि कोई सैटेलाइट आपके घर पर दुर्घटनाग्रस्त हो जाता है, तो अंतरिक्ष कानून के अनुसार उस देश की सरकार की ओर से 74 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।
ऐसे में जब वायरल पोस्ट के बाद मुआवजे की हकीकत के लिए पड़ताल की गई तो मामला कुछ और निकला। हां ये सच है कि अगर ऐसा कुछ होता है तो पीड़ित मुआवजे का हकदार होता है, लेकिन मुआवजे की राशि भी एक निश्चित नहीं है। ऐसे में उसके करोड़ों में आंकना पूरी तरह से गलता होगा। जानिए ऐसा कितनी बार हो चुका है।
अमेरिकी वैज्ञानिक और नियामक एजेंसी (regulatory agency) नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन की 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल कुल 200-400 ट्रैक की गई वस्तुएं पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करती हैं। हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि क्योंकि मानव आबादी पृथ्वी के कुल सतह क्षेत्र के केवल एक छोटे प्रतिशत पर रहती है "कोई भी वस्तु जो जलती नहीं है और वातावरण में फिर से प्रवेश करने पर विघटित हो जाती है, उसके समुद्र में गिरने की संभावना है" या कम आबादी वाली एरिया में। जर्नल नेचर में प्रकाशित एक जुलाई 2022 के पेपर ने गणना की कि लगभग दस प्रतिशत संभावना है कि दस साल की अवधि के भीतर मलबा ने एक या उससे अधिक लोगों को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में साफ हो गया कि ऐसा घटना काफी दुर्लभ है।
नुकसान होने पर कौन देगा मुआवजा?
यदि किसी देश द्वारा प्रक्षेपित किसी अंतरिक्ष वस्तु का मलबा दूसरे देश में क्षति पहुंचाता है या उड़ते हुए विमान से टकराता है, तो इसे 1967 की बाह्य अंतरिक्ष संधि और 1972 की देयता संधि के अनुसार एक अंतर-सरकारी मुद्दा माना जाएगा। यदि दो देशों ने संयुक्त रूप से अंतरिक्ष वस्तु का प्रक्षेपण किया है, तो वे पीड़ित पक्ष को क्षतिपूर्ति के लिए संयुक्त रूप से उत्तरदायी होंगे।
मुआवजे का दावा कौन कर सकता है?
यदि कोई अंतरिक्ष वस्तु किसी संपत्ति में गिरती है, तो उस देश की सरकार जहां क्षति हुई है, को राजनयिक माध्यमों से मुआवजे के लिए दावा करना होगा।
मुआवजा राशि के बारे में जानिए
जैसा कि पॉज़्नान यूनिवर्सिटी ऑफ इकोनॉमिक्स जर्नल में एक पेपर में उल्लेख किया गया है, मुआवजे की राशि पर कोई सीमा नहीं है। हालांकि, इस राशि का मूल्यांकन अंतरराष्ट्रीय कानून और न्याय और इक्विटी के सिद्धांतों के अनुसार किया जाना चाहिए।
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क्या अब तक कितना मुआवजा मिला?
2006 के पेपर के अनुसार "Examples of space damages in the light of international space law" में छपे उदाहरण में थोर एबल स्टार रॉकेट का दूसरा चरण 1960 में क्यूबा में जमीन पर गिर गया और एक गाय की मौत हो गई, जिसके बाद अमेरिकी सरकार को मुआवजे के रूप में क्यूबा को 2 मिलियन डॉलर का भुगतान किया। 2002 में उत्तरी चीन में एक लड़का कथित तौर पर घायल हो गया था जब एक उपग्रह प्रक्षेपण से दस किलो का टुकड़ा शानक्सी प्रांत में उसके सुदूर गांव पर गिर गया था। सरकार ने केवल उनके लगभग 48 डॉलर के मेडिकल बिल का मुआवजा दिया था। ऐसे में वायरल पोस्ट में किया गया 74 करोड़ के मुआवजे का दावा पूरी तरह से फेक है।
Fact Check
दावा
एक पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि अगर सैटेलाइट किसी घर पर गिरती है तो 74 करोड़ रुपए का मुआवजा मिलेगा।
नतीजा
वायरल दावा पूरी तरह से फेक है।