चंद्र की राशि कर्क में 1 सितंबर से आ रहा है शुक्र, जानिए क्या होगा प्रभाव?
नई दिल्ली। प्रेम, सौंदर्य, आकर्षण, वशीकरण, दांपत्य सुख, कला, रचनात्मकता का प्रतिनिधि ग्रह शुक्र 1 सितंबर को दोपहर 2 बजकर 02 मिनट अपनी राशि बदल रहा है। यह ग्रह कर्क राशि में प्रवेश करेगा और 28 सितंबर तक इसी राशि में रहेगा। शुक्र का चंद्र की राशि कर्क में गोचर 28 दिन तक समस्त राशि वालों को प्रभावित करेगा। शुक्र प्रेम का ग्रह है तो चंद्र भावुकता, मानसिक आवेगों को परिभाषित करता है। चंद्र की राशि में शुक्र के आने से लोगों में भावनात्मक आवेग तेज होगा। प्रेम संबंधों में अधिक भावनात्मक होंगे। इस दौरान दांपत्य जीवन में भी कुछ लोगों को अस्थिरता महसूस हो सकती है। हालांकि शुक्र और चंद्र दोनों शुभ ग्रह है इसलिए अधिक परेशानी महसूस नहीं होगी। जिन लोगों की जन्मकुंडली में शुक्र शुभ अवस्था में है वे लोगों को प्रभावित करने में कामयाब होंगे। उनका दांपत्य जीवन भी सुखद रहेगा। जिनका शुक्र कमजोर है, वे कुछ मात्रा में विचलित हो सकते हैं।
आइए जानते हैं प्रत्येक राशि पर पड़ने वाले इसके प्रभाव के बारे में। यह राशिफल चंद्र राशि के अनुसार है।
दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी
- मेष : चतुर्थ भाव में शुक्र का गोचर होगा। धन-संपत्ति, भौतिक सुखों में वृद्धि। दांपत्य जीवन में मधुरता। प्रेम संबंधों में भावुकता से काम न लें। दिमाग लगाएं।
- वृषभ : तृतीय भाव में शुक्र का गोचर होगा। रचनात्मक में वृद्धि होगी। भाई-बंधुओं से संबंध सुधरेंगे। जीवनसाथी के साथ मधुरता बढ़ेगी। प्रेम संबंध प्राप्त होंगे।
- मिथुन : द्वितीय भाव में शुक्र का गोचर लाभदायक होगा। धन का आगमन बढ़ेगा। पारिवारिक सुख मिलेगा। प्रेम संबंधों में बदलाव होगा। मानसिक परेशानी आ सकती है।
- कर्क : इसी राशि में शुक्र का आना लाभदायक तो है, लेकिन आप अत्यधिक भावुक हो जाएंगे। छोटी-छोटी बातों में विचलित हो जाएंगे। आकर्षण प्रभाव बढ़ेगा।
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रचनात्मक कार्यों में लाभ होगा
- सिंह : द्वादश स्थान में शुक्र का गोचर आर्थिक लाभ के लिए बेहतर है। खर्च की अधिकता के बावजूद धन का आगमन बेहतर रहेगा। प्रेम संबंध मजबूत होंगे। दांपत्य सुख मिलेगा।
- कन्या : एकादश में शुक्र का गोचर धन लाभ करवाएगा। कार्य में परिवर्तन होगा। दांपत्य जीवन में टकराव हो सकता है। नए प्रेम संबंध प्राप्त होंगे। आपका आकर्षण बढ़ेगा।
- तुला : दशम में शुक्र के आने से आजीविका के नए साधन प्राप्त होंगे। कार्य में तरक्की होगी। लाभ प्राप्त होगा। घर-परिवार में रिश्ते मजबूत होंगे। नौकरी में तरक्की।
- वृश्चिक : नवम भाग्य भाव में शुक्र का गोचर भाग्य को प्रबल बनाएगा। धार्मिक प्रवृत्ति बढ़ेगी। परिवार के साथ अच्छा वक्त बिताएंगे। रचनात्मक कार्यों में लाभ होगा।
पारिवारिक जीवन में महत्व मिलेगा
- धनु : अष्टम में शुक्र के आने से जल संबंधी रोग हो सकते हैं। जल घात से सावधान रहें। परिवार में तनाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से विवाद। प्रेम संबंधों में टकराव होगा।
- मकर : सप्तम में शुक्र के आने से दांपत्य जीवन में मधुरता बढ़ेगी। जीवनसाथी के साथ अंतरंगता बढ़ेगी। प्रेम संबंधों में भी लाभ। धन प्राप्ति की स्थिति।
- कुंभ : छठे भाव में शुक्र आपको जलजनित रोग होने का संकेत दे रहा है। दांपत्य और प्रेम संबंधों में भी संभलकर रहें। अधिक भावुकता से काम नहीं चलने वाला।
- मीन : पंचम भाव में शुक्र शिक्षा से जुड़े लोगों को लाभ देगा। पारिवारिक जीवन में महत्व मिलेगा। धन का आगमन सामान्य रूप से होता रहेगा। प्रेम प्रस्ताव मिलेगा।
सभी राशि वाले जातक ये उपाय करें
शुक्र का कर्क राशि में गोचर सभी राशि वालों को किसी न किसी रूप में प्रभावित करेगा। इसलिए जिनकी कुंडली में शुक्र शुभ हो या अशुभ, सभी जातक यदि कुछ विशेष उपाय करेंगे तो शुक्र और चंद्र दोनों की ही कृपा प्राप्त होगी। शुक्र के कर्क में गोचर के दौरान अर्थात् 1 सितंबर से 28 सितंबर 2020 तक के समय में प्रयास करें कि हर दिन भगवान शिव को कच्चा दूध और जल अर्पित करें। मां लक्ष्मी को मिश्री का भोग लगाएं। दही का सेवन करने से बचें।
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