Sphatik stone : घर की नकारात्मक ऊर्जा दूर करता है स्फटिक
नई दिल्ली, 09 अगस्त। किसी भी घर में सुख पूर्वक रहने के लिए आवश्यक है किउस घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह हो। घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर करके सकारात्मक ऊर्जा प्रवाहित करने के लिए वास्तुशास्त्र में अनेक उपाय बताए गए हैं, उनमें से एक है स्फटिक का उपयोग करना। वास्तु के अनुसार घर में स्फटिक होना अत्यंत शुभ होता है और इससे घर का बिगड़ा वास्तु ठीक किया जा सकता है। इसके लिए स्फटिक की बॉल का उपयोग किया जाता है, जिसे घर के पूर्वी भाग में उस जगह रखा जाता है जहां सुबह सूर्य की रोशनी आती है।
स्फटिक के लाभ
- स्फटिक जैसे ही किसी सजीव प्राणी, पेड़-पौधों, जीव-जंतु या वातावरण के संपर्क में आता है, वैसे ही उस प्राणी या वस्तु की सकारात्मक ऊर्जा में कई गुना वृद्धि कर देता है।
- स्फटिक से प्राण शक्ति कई गुना बढ़ जाती है। प्राण शक्ति बढ़ जाने के कारण रोगों से लड़ने की हमारी आंतरिक क्षमता मजबूत होती है और स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आता है। स्फटिक पहनने से संक्रामक रोगों से बचाव होता है।
- जो लोग नकारात्मक ऊर्जा से घिरे रहते हैं उन्हें स्फटिक सुरक्षा प्रदान करता है। यह शुद्ध ईश्वरीय ऊर्जा का प्रवाह बढ़ाता है।
- स्फटिक शरीर के सातों चक्रों को संतुलित कर उन्हें शुद्ध करके उनकी कार्य क्षमता का विकास करता है।
- अपने शीतल स्वभाव के कारण स्फटिक मन, रोग एवं भावनाओं के उद्वेग को शांत कर स्वास्थ्य लाभ देता है।
- स्फटिक आधुनिक इलेक्टि्रक उपकरणों से निकलने वाले हानिकारक विकिरणों को सोख लेता है।
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स्फटिक को शुद्ध करना आवश्यक
स्फटिक वातावरण और मनुष्यों, प्राणियों हर जगह से नकारात्मक ऊर्जा सोख लेता है इसलिए समय-समय पर इसको शुद्ध करना भी आवश्यक है, अन्यथा यह अपना पूरा प्रभाव नहीं दिखा पाएगा। स्फटिक की माला, बॉल या इससे बनी अन्य वस्तुओं, मूर्तियों आदि को 48 घंटे में एक बार समुद्री पानी या नमक के पानी से अच्छे से धो लेना चाहिए। इसके बाद इसे सूती कपड़े से अच्छे से पोंछकर अपनी बायीं हथेली पर रखकर दायें हाथ को ऊपर रखें और मन में यह भावना करें किस्फटिक शुद्ध हो गया है। स्फटिक को कुछ घंटे धूप के सीधे संपर्क में रखने से भी यह शुद्ध हो जाता है।