आज है वर्ल्ड नारियल डे: नारियल के बारे में ये बातें शायद ही जानते होंगे आप
आज है वर्ल्ड नारियल डे: नारियल के बारे में ये बातें शायद ही जानते होंगे आप
नई दिल्ली, 02 सितंबर: दुनियाभर में 02 सितंबर को विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है। नारियल दुनिया में खाए जाने वाले सबसे लोकप्रिय फलों में से एक है। नारियल एक बहुमुखी फल है, नारियल पानी, नारियल का दूध, नारियल तेल कई तरीकों से इसका उपयोग किया जाता है।इस दिन को मनाने की पहल सबसे पहले 1969 में की गई थी। इस दिन को पहली बार 2009 में एशिया पैसिफिक कोकोनट कम्युनिटी द्वारा मनाया गया था। इस दिन को मनाने के पीछे का मकसद नारियल के फलों को नेशनल और इंटरनेशनली ध्यान बढ़ाना है। भारत आईसीसी का संस्थापक सदस्य है और इस साल भारत सरकार द्वारा एक राष्ट्रीय स्तर का वेबिनार आयोजित किया जा रहा है, जिसमें सभी नारियल उत्पादक राज्यों के 500 प्रगतिशील नारियल किसान भाग लेंगे। तो आइए वर्ल्ड नारियल डे पर जानें नारियल के बारे में कुछ रोचक बातें।
- ऐसा माना जाता है कि 16वीं शताब्दी में पुर्तगाली नाविकों ने सबसे पहले ''नारियल" के नाम का इस्तेमाल किया था। पुर्तगाली में "कोको" का मतलब है "हंसता हुआ चेहरा।'' कोको के साथ बाद में "नट" जोड़ा गया था। "नट" एक ग्रिमेस शब्द था। जिसके बाद ये पूरा नाम ''कोकोनट'' हुआ।
-एक रिसर्च के मुताबिक, दुनिया भर में 1300 से अधिक प्रकार के नारियल पाए जाते हैं।
- द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नारियल पानी का उपयोग IV ड्रिप के रूप में किया गया था। कोकोनट वॉटर का इस्तेमाल इसलिए किया गया था क्योंकि उस वक्त ब्लड प्लाज्मा उपलब्ध नहीं था।
- नारियल का पेड़ 15 से 60 साल तक फल देता है। अगर परिस्थितियों सही हो तो ये 80 सालों तक फेल देता है। नारियल के पेड़ की अधिकतम आयु 100 से 120 वर्ष के बीच होती है।
-नारियल का पेड़ मालदीव का राष्ट्रीय पेड़ है।
-हम में से कई लोग मानते हैं कि नारियल एक अखरोट है। लेकिन नारियल एक फल है। जिसमें औसतन 94% पानी होता है। नारियल के एक कप पानी में 46 कैलोरी होता है।