आंध्र प्रदेश: पिछड़ा वर्ग को लुभाने में जुटी YSRC, विजयवाड़ा में आयोजित करेगी 'जयहो बीसी महासभा'
आंध्र प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां पिछड़ा वर्ग को लुभाने में जुट गई हैं। इसी क्रम में वाईएसआरसी की तरफ से विजयवाड़ा में जयहो बीसी महासभा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव ज्यादा दूर नहीं हैं। यही वजह है कि सभी राजनीतिक दलों की तरफ से पिछड़े वर्ग के लोगों को आकर्षित करने की होड़ मची है। क्योंकि विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग के वोट नतीजे तय करते हैं। इसी को देखते हुए कुछ दिनों पहले भाजपा ने एलुरु में बीसी सामाजिक चैतन्य सभा का आयोजन किया था, ताकि यह दावा किया जा सके कि यह एकमात्र पार्टी है जो उनकी परवाह करती है। जबकि टीडीपी बीसी का विश्वास हासिल करने के लिए अभियान मोड में है।
वहीं, अब सत्तारूढ़ वाईएसआरसी भी इस वर्ग के लोगों को लुभाने के लिए उनकी परवाह करते हुए दिखाई दी है। इसी क्रम में पार्टी की तरफ से विजयवाड़ा के इंदिरा गांधी नगर निगम (आईजीएमसी) स्टेडियम में 7 दिसंबर को आयोजित होने वाली 'जयहो बीसी महासभा' के लिए व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। इसी क्रम में गुरुवार को बीसी महासभा के लिए की जा रही व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए मंत्रियों और विधायकों के एक समूह ने स्टेडियम का दौरा किया।
इस दौरान मंत्रियों और विधायकों ने जोर देकर कहा कि राज्य में बीसी वाईएसआरसी के साथ हैं। पार्टी की तरफ से बीसी को राज्य के रीढ़ वर्ग के रूप में माना जाता है, न कि पिछड़ा वर्ग के रूप में देखा जाता है। वाईएसआरसी के महासचिव वी विजयसाई रेड्डी ने कहा कि 84,000 बीसी प्रतिनिधियों द्वारा भाग लेने वाली बैठक सुबह 10 बजे शुरू होगी। दोपहर 12 बजे मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी बीसी महासभा को संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि वह इस बात पर विशेष ध्यान डाला जाएगा कि वाईएसआरसी सरकार और पार्टी में बीसी के साथ क्या किया गया है और उनके आर्थिक और राजनीतिक सशक्तिकरण के लिए भविष्य की कार्रवाई का भी खुलासा करेंगे। उन्होंने याद दिलाया कि किसी अन्य पार्टी ने वाईएसआरसी की तरह बीसी को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दी है। उन्होंने कहा कि अकेले राज्यसभा में वाईएसआरसी के 50% सदस्य बीसी से आते हैं।
ये भी पढ़ें- Rajasthan में भाजपा के प्रदेश संगठन के दावों की हवा निकली, पीएम और नड्डा की सभा में भीड़ नहीं जुटा पाई पार्टी