जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स का उपयोग बंद, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कर रहा लोगों को जागरूक
जोधपुर, 7 जून। 23 दिन बाद 1 जुलाई को सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स का उपयोग बंद हो जाएगा। बड़े पैमाने पर उपयोग किए जा रहे सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादों के स्थान पर जूट-कागज, कपड़ा, बांस आदि के उत्पाद विकल्प बनेंगे। इससे जूट-कागज उत्पादों के उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जोधपुर की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पादों के उपयोग बंद करने के साथ ही इन उत्पादों के विकल्पों के प्रयोग को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार पर्यावरण व बड़े जलाशयों के लिए घातक साबित हो रहे प्लास्टिक कचरे के खतरे से निपटने के लिए अगले माह 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने जा रही है।
ये होंगे सिंगल यूज प्लास्टिक के विकल्प
● बांस से बनी पर्यावरण अनुकूल ईयरबर्ड्स
● बांस से बनी पर्यावरण अनुकूल डंडियां
● कागज़ व कपडे से झंडे
● लकड़ी व बांस की स्टिक
● कागज़ के स्ट्रॉ
● सजावटी पेपर व अन्य सामग्री
● कागज़ से निर्मित सामान
● कांच, स्टील, पेपर, बोन चाइना व मिट्टी से बनी वस्तुएं
● सिरेमिक के बर्तन
● बांस व लकड़ी से बने आइटम्स
● परंपरागत मिट्टी के पात्र
● पत्तों से निर्मित आइटम्स
●कपड़े/ कागज़ / जूट से बने थैले
इन उत्पादों पर लगेगा बैन
● प्लास्टिक स्टिक वाले ईयरबडस्
● गुब्बारे में लगने वाले प्लास्टिक स्टिक
● प्लास्टिक के झंडे
● कैंडी स्टिक
● आइस्क्रीम स्टिक
● सजावट वाले थर्माकोल
● प्लास्टिक कप, प्लेट, गिलास, कांटा, चम्मच, चाकू, स्ट्रॉ, ट्रे जैसी कटलेरी आइटम
● मिठाई के डिब्बों पर लगाई जाने वाली प्लास्टिक फिल्म
● प्लास्टिक के निमंत्रण पत्र
● प्लास्टिक से बने सिगरेट के पैकेट
● 100 माइक्रोन से कम मोटाई वाले पीवीसी बैनर
● 75 माइक्रोन से कम मोटाई वाली थैलियां
विभाग कर सर्वे, थमाए नोटिस
विभाग की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पाद बनाने वाली इकाइयों का सर्वे किया जा रहा है। अब तक करीब 40 से अधिक इकाइयों का सर्वे किया गया है। साथ ही, 3 इकाइयों को सिंगल यूज प्लास्टिक उत्पाद निर्माण बंद करने के लिए नोटिस दिए गए है।
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इकाइयों का सर्वे
सिंगल यूज प्लास्टिक प्रोडक्ट्स बनाने वाली इकाइयों का सर्वे कर रहे है। साथ ही, इसके विकल्प के रूप में काम में लिए जाने वाले उत्पादों के उपयोग के लिए लोगों को जागरूक कर रहे है।
- शिल्पी शर्मा, क्षेत्रीय अधिकारी, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जोधपुर