एविएशन सेक्टर में एक लाख लोगों को मिलेगा रोजगार, मंत्रालय ने संसदीय समिति को बताया
नई दिल्ली, 10 अगस्त: नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एक एक संसदीय समित को बताया है कि देश के एविशन सेक्टर में आने वाले दो वर्षों के दौरान एक लाख से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकता है।
लोकसभा में सोमवार को रखी गई एक रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय ने संसदीय समिति को बताया है कि अनुमाओं के अनुसार विमानन और वैमानिकी निर्माण के क्षेत्र में वर्तमान में लगभग 2,50,000 लोग प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत हैं।
इन 2,50,000 कर्मचारियों में पायलट, केबिन क्रू, इंजीनियर, टेक्नीशियन, एयरपोर्ट स्टाफ, ग्राउंड हेंडलिंग, कार्गो, रिटेल, सुरक्षा, प्रशासनिक और सेल्स स्टॉफ के रूप में कार्यरत कर्मी शामिल हैं।
मंत्रालय का अनुमान है कि साल 2024 तक यह आंकड़ा बढ़कर 3,50,000 हो सकता है। मंत्रालय ने कहा है कि वर्मान में नागर विमानन के क्षेत्र में अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से कार्यरत कर्मियों का अनुपात 4ः8 है। मंत्रालय के अनुसार आने वाले पांच वर्षों में बढ़ रहे हवाई यात्रियों की संख्या को देखने हुए 10,000 और पायलटों की जरूरत होगी।
2027 तक 40 करोड़ होगी देश में हवाईयात्रियों की संख्या: ज्योतिरादित्य सिंधिया
बता दें कि बीते रविवार को ही नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि यात्रियों, विमानों और हवाई अड्डों के मामले में देश का विमानन क्षेत्र अभूतपूर्व और स्वस्थ विकास के लिए तैयार है। देश में हवाई यात्रियों की संख्या वर्ष 2027 तक बढ़कर 40 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।