झारखंड में शुरू हुई ह्दय रोगियों की खोज, सरकार कराएगी नि:शुल्क इलाज
झारखंड में शुरू हुई ह्दय रोगियों की खोज, सरकार कराएगी नि:शुल्क इलाज
हृदय रोग से पीड़ित नवजात और 65 वर्ष से कम उम्र के वयस्कों के लिए राहत भरी खबर है। श्री साईं अस्पताल राजकोट और झारखंड सरकार के सहयोग से राज्य में 1400 हृदय रोगियों की खोज शुरू हो गई है। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने धनबाद सहित राज्य के तमाम जिलों के सिविल सर्जन को पत्र लिखकर निर्देश दिया है।
हर जिले को इलाज के लिए मरीजों को चिह्नित करने को लेकर लक्ष्य निर्धारित किया गया है। धनबाद सिविल सर्जन को हृदय रोग से पीड़ित 75 उन लोगों को कैंप में लाने को कहा है। यह मेगा कैंप रिम्स रांची के परिसर में चार-पांच और छह नवंबर को आयोजित किया जा रहा है। कैंप में मरीजों की स्क्रीनिंग के लिए प्रशांत मेडिकल सर्विस एवं फाउंडेशन भी सहयोग कर रहा है। कैंप में मरीजों की तमाम प्रकार की जांच ऑन द स्पॉट की जाएगी। इसके बाद आवश्यकता अनुसार, चिह्नित मरीज का श्री साईं अस्पताल राजकोट गुजरात में निशुल्क ऑपरेशन होगा और इसका सारा खर्च अस्पताल प्रबंधन और राज्य सरकार उठाएगी।
राज्य सरकार कुल 1400 मरीजों का इलाज कराने का लक्ष्य लेकर चल रही है। इसमें 500 वैसे बच्चे भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 3 महीने से 18 वर्ष के बीच है। वहीं 18 से 65 वर्ष के बीच के लगभग 900 लोगों का भी ऑपरेशन किया जाएगा। पत्र मिलने के बाद धनबाद सिविल सर्जन डॉक्टर आलोक विश्वकर्मा ने सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है। इसके साथ ही एनसीडी सेल के पदाधिकारियों से भी पहले से चयनित किए गए हृदय रोगियों की सूची की मांग की है।
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अपर मुख्य सचिव ने सिविल सर्जन को पत्र लिखते हुए लक्ष्य प्राप्ति को लेकर निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि हर जिले के लिए अलग-अलग लक्ष्य निर्धारित किया गया है। हर जिले में हृदय रोग से पीड़ित मरीज हैं। ऐसे में ईमानदारी से अधिकारियों को काम करके ऐसे मरीजों को लाभ पहुंचाना है। जिले से रांची तक मरीजों के आने-जाने का खर्च और इस दौरान भोजन आदि का व्यय भी राज्य सरकार की ओर से उठाया जा रहा है।