30 मई को 3 साल का कार्यकाल पूरा कर रही है रेड्डी सरकार, शिक्षा के क्षेत्र में आए हैं यह बदलाव
हैदराबाद, मई 25। आंध्र प्रदेश सरकार 30 मई 2022 को अपने तीन साल का कार्यकाल पूरा करने जा रही है। वाईएस जगन मोहन रेड्डी 30 मई 2019 को राज्य के मुख्यमंत्री बने थे। आपको बता दें कि तीन साल के कार्यकाल में जगन मोहन रेड्डी ने अपने फैसलों और सरकार की नीतियों से जनता के दिल में सीधी जगह बनाई है।
2019 में सत्ता में आने से पहले जगन मोहन रेड्डी ने जनता से वादा किया था कि उनकी पार्टी बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की व्यवस्था को साफ करने के लिए क्रांतिकारी बदलाव लाएगी, जिन्होंने टीडीपी शासन के दौरान शासन किया था। जगन मोहन रेड्डी अपना वादा पूरा किया। इतना ही नहीं चुनाव से पहले घोषणापत्र में उन्होंने जो वादे किए थे, उनमें से अधिकतर को पूरा किया जा चुका है।
वाईएस जगन मोहन रेड्डी एक निर्विवाद नेता के रूप में उभरे और उनकी सरकार राज्य के लोगों के कल्याण को सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। 2009 में राजनीति में पदार्पण करने वाले जगन मोहन रेड्डी ने राजनीति में एक लंबा सफर तय किया है। वह 2017 में अपनी "प्रजा संकल्प यात्रा" पदयात्रा के साथ लोगों के नेता बने। वॉकथॉन के दौरान लोगों के साथ अपनी बातचीत के साथ, वाईएसआरसीपी प्रमुख एक आम आदमी की नब्ज को महसूस करने में सक्षम थे और जल्द ही वह एक शक्तिशाली और लोकप्रिय राजनीतिक नेता बन गए।
एक दशक के भीतर, वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एक राजनीतिक दल बनाया, जिसने 2019 के राज्य विधानसभा चुनावों में प्रचंड बहुमत दर्ज किया। 30 मई 2019 को वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने विभाजन के बाद आंध्र प्रदेश के दूसरे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। जब से उन्होंने अपना पदभार संभाला है तभी से वो जनता के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं।
आंध्र प्रदेश में रेड्डी सरकार लोगों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं लेकर आई है। राज्य सरकार शिक्षा व्यवस्था पर पूरा-पूरा ध्यान दे रही है। स्कूलों में शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने और सुधारने के लिए क्रांतिकारी बदलाव की शुरुआत राज्य सरकार ने की है।