चुनी हुई सरकार के कार्यों में बाधा डाल रही BJP, सरकारी स्कूलों में नियुक्तियों पर AAP विधायक आतिशी
आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने आरोप लगाया कि भाजपा नेतृत्व के शह पर उपराज्यपाल ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नियुक्तियों को अंतिम रूप देने पर प्रतिबंध लगा दिया।
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में प्रधानाचार्यों-अध्यापकों की भर्ती को लेकर भाजा को निशाने पर लिया है। 'आप' की ओर कहा है कि दिल्ली के स्कूलों में स्टाफ की भर्ती करने के कई प्रयास किए गए लेकिन भाजपा ने उपराज्यपाल के जरिए इस कोशिश को सफल नहीं होने दे रही।
आम आदमी पार्टी नेता आतिशी मार्लेना ने रविवार को आरोप लगाया कि भाजपा नेतृत्व के शह पर दिल्ली के उपराज्यपाल ने दिल्ली के सरकारी स्कूलों में नियुक्तियों को अंतिम रूप देने पर प्रतिबंध लगा दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक चुनी हुई सरकार होने के बाद भी उसे नियुक्तियों पर अंतिम निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। उसकी जगह केंद्र सरकार नियुक्तियां करने, अधिकारियों के तबादले-पोस्टिंग तक के पूरे अधिकार रखती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार राजधानी में अस्पतालों-स्कूलों का भवन निर्माण करने का अधिकार रखती है, लेकिन जब इन्हीं संस्थाओं में कर्मचारियों की नियुक्ति करने का मामला आता है तो उसे यह अधिकार नहीं दिया जाता। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले आठ सालों में दिल्ली सरकार को भर्तियां पूरी नहीं करने दी गईं।
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वहीं इससे पहले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरका और एलजी वीके सक्सेने पर ऐसे ही आरोप लगाए। उन्होंने कहा है कि पिछले 8 सालों से केंद्र सरकार के नुमाइंदे एलजी (वीके सक्सेना) ने सरकारी स्कूल में टीचिंग/नॉन टीचिंग स्टाफ की नियुक्ति नहीं होने दी। यही नहीं, उन्होंने अस्पताल में पर्ची काटने वाले की भी भर्ती नहीं होने दी। उन्होंने केंद्र और एलजी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे एक तरफ नियुक्ति नहीं होने देते हैं और दूसरी तरफ हल्ला करते हैं कि अस्पताल में स्टाफ नहीं है, और स्कूलों में टीचर नहीं है। सिसोदिया ने कहा कि हमने स्कूलों में विश्व स्तरीय सुविधा दी है, उन्हें (एलजी) को इसकी तारीफ करनी चाहिए।