आंध्र प्रदेश में टीडीपी के साथ गठबंधन नहीं करना चाहती बीजेपी
आंध्र प्रदेश में टीडीपी के साथ भाजपा गठबंधन नहीं करना चाहती है। इसका दावा भाजपा के प्रवक्ता ने किया है।
भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि वह राज्य में अगले चुनाव के लिए तेदेपा से हाथ नहीं मिलाना चाहती है। अगले चुनावों में प्रत्याशित गठबंधनों पर भाजपा के रुख का महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा। जन सेना अध्यक्ष पवन कल्याण ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि भाजपा के साथ उनकी पार्टी का जुड़ाव जारी रहेगा।
यह पवन कल्याण ही थे, जो वाईएसआरसीपी को लेने के लिए टीडीपी-जन सेना-बीजेपी गठबंधन के पक्ष में जोरदार बल्लेबाजी कर रहे थे। केंद्रीय मंत्री और आंध्र प्रदेश भाजपा मामलों के प्रभारी वी मुरलीधरन ने कहा कि टीडीपी और वाईएसआरसीपी के बीच कोई अंतर नहीं है।
वाईएसआरसीपी और टीडीपी को वोट देने वाले लोगों ने इन पार्टियों को चुनाव जिता कर हरा दिया। मंगलवार को भीमावरम में भाजपा की राज्य कार्यकारी समिति की बैठक को संबोधित करते हुए मुरलीधरन ने कथित तौर पर टीडीपी और वाईएसआरसीपी दोनों शासनों को भ्रष्ट और संकट में छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि भाजपा वाईएसआरसीपी सरकार की "जनविरोधी" नीतियों के खिलाफ "चार्जशीट" लेकर लोगों के पास जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा जल्द ही राज्य में वाईएसआरसीपी के कुशासन के खिलाफ आक्रामक अभियान शुरू करेगी।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों के शासन ने राज्य में लोगों को निराश किया है। उन्होंने कहा कि टीडीपी अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू, जो सुशासन देने में "विफल" रहे, ने पिछले चुनावों से पहले भाजपा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर दोषारोपण कर "भागने की कोशिश" की। हालांकि, लोगों ने उन्हें करारी शिकस्त देकर सबक सिखाया। टीडीपी के बाद वाईएसआरसीपी राज्य के विकास का वादा कर सत्ता में आई थी। मुरलीधरन ने कहा, वाईएसआरसीपी भी राज्य को ट्रैक पर लाने में "विफल" रही है।
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