भाजपा के भीतर ही हुआ बंदी संजय विरोध, कविता पर टिप्पणी को लेकर हुई आलोचना
CM चंद्रशेखर राव ने ना केवल संजय को उनकी टिप्पणियों के लिए फटकार लगाई, बल्कि उन पर निरंकुश और अलोकतांत्रिक तरीके से पार्टी चलाने का आरोप लगाया।
तेलंगाना भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंदी संजय की बीआरएस एमएलसी के. कविता के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर जहां प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं अब उनकी खुद की पार्टी भाजपा में भी उन्हें निशाने पर लिया जा रहा है।
रविवार को जहां निजामाबाद के भाजपा सांसद धर्मपुरी अरविंद ने इस मुद्दे पर बयान दिया, तो वहीं सोमवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य पेराला चंद्रशेखर राव ने भी उनकी आलोचना की।
चंद्रशेखर राव ने ना केवल संजय को उनकी टिप्पणियों के लिए फटकार लगाई, बल्कि उन पर निरंकुश और अलोकतांत्रिक तरीके से पार्टी चलाने का आरोप लगाया। इसके अलावा उन पर कई घोटालों में गुप्त सौदे करने का आरोप लगाया। धर्मपुरी अरविंद के रुख का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि अरविंद ने वह किया है, जो जी किशन रेड्डी और के लक्ष्मण जैसे वरिष्ठ नेता करने में विफल रहे।
सोशल मीडिया पर एक जोरदार पोस्ट में चंद्रशेखर राव ने कहा कि बंदी संजय के 'अपरिपक्व, अनुचित शब्द, निरंकुश और अलोकतांत्रिक कार्य' वास्तव में तेलंगाना भाजपा के लिए नुकसानदाई हैं।
उन्होंने कहा, 'भड़काने वाले बयान, विशेष रूप से मस्जिदों की खुदाई, अपमानजनक भाषा, ब्लैकमेल, विभिन्न मुद्दों को उठाना और आंतरिक बस्तियों में लिप्त होना, ईमानदार और समर्पित कार्यकर्ताओं का अपमान करना, समन्वय की कमी, व्यक्तिगत वित्तीय हितों और यूज एंड थ्रो का रवैया पार्टी की संस्कृति का हिस्सा नहीं है।'