गुजरात के बाद हरियाणा के AAP शुरू करेगी अभियान, बनाई ये खास रणनीति
राष्ट्रीय दल का दर्जा मिलने के बाद आम आदमी पार्टी के लिए राज्यों में चुनाव लड़ना आसान हो गया है। गुजरात के बाद अब हरियाणा विधानसभ चुनाव को लेकर 'आप' ने खास रणनीति तैयार की है।
Haryana News: गुजरात विधानसभा चुनाव में पांच सीटों पर जीत हासिल करने के साथ ही आम आदमी पार्टी (AAP) को देश की तीसरी बड़ी पार्टी होने के उपलब्धि मिल गई है। इसी से उत्साहित होकर AAP का फोकस 2023 और 2024 में होने वाले विधानसभा चुनावों पर है। खासकर हरियाणा में अब विधानसभा चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी रणनीति तैयार करने में लगी हुई है।
AAP
मुख्यालय
में
अहम
बैठक
वैसे
तो
हरियाणा
में
विधानसभा
चुनाव
होने
में
करीब
डेढ़
साल
बाकि
है,
लेकिन
आम
आदमी
पार्टी
अभी
से
प्लान
बनाने
में
जुट
गई
है।
बताया
जा
रहा
है
कि
दिल्ली
(Delhi)
स्थित
आप
मुख्यालय
में
बीते
गुरुवार
को
एक
अहम
बैठक
हुई
थी।
इस
बैठक
में
हरियाणा
के
22
जिलों
से
संगठन
के
नेता
शामिल
हुए
थे।
जिनसे
उनके
जिलों
के
बारे
में
फीडबैक
लिया
गया
था।
इसके
साथ
ही
उन्हें
पार्टी
की
नीतियों
को
अपने-अपने
क्षेत्र
में
प्रचार-प्रसार
के
लिए
कहा
गया
है।
इसके
साथ
आप
सांसद
और
राष्ट्रीय
संगठन
महामंत्री
डॉ.
संदीप
पाठक
ने
पार्टी
के
पक्ष
में
अपने
क्षेत्रों
में
मजबूती
बनाने
के
गुर
दिए
हैं।
पाठक
ने
बैठक
में
शामिल
हुए
आप
नेताओं
को
कहा
है
कि
केवल
टिकट
पाने
के
लिए
वो
मेहनत
ना
करें,
बल्कि
पार्टी
के
लिए
वो
मेहनत
करें।
अगर
उनमें
काबिलियत
होगी
तो
टिकट
औप
पद
पार्टी
उन्हें
अपने
आप
देगी।
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2019
में
भी
'आप'
ने
लड़ा
था
विधानसभा
चुनाव
2019
के
विधानसभा
चुनावों
में
भी
आम
आदमी
पार्टी
ने
कुछ
सीटों
पर
अपने
प्रत्याशी
उतारे
थे।
लेकिन
कोई
भी
प्रत्याशी
विधानसभा
की
दहलीज
नहीं
लांघ
पाया
था।
अब
पंजाब
(Punjab)
में
अपनी
सरकार
बनाने
और
गुजरात
(Gujrat)
के
विधानसभा
चुनाव
में
मिली
पांच
सीटों
पर
जीत
के
बाद
पार्टी
फिर
से
हरियाणा
में
पांव
पसारने
की
कोशिश
कर
रही
है।
हरियाणा
आम
आदमी
पार्टी
के
मुखिया
अरविंद
केजरीवाल
(Arvind
Kejriwal)
का
गृह
प्रदेश
भी
है।
ऐसे
में
केजरीवाल
एक
बार
हरियाणा
में
फिर
दांव
खेलना
चाहते
हैं।