Masik Durga Asthami 2021: मासिक अष्टमी पर कीजिए मां दुर्गा की आरती, दुख होंगे दूर
नई दिल्ली, 17 जून। हर महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी का पर्व होता है। इस बार ये अष्टमी 18 जून को है। इस दिन भक्तगण मां गौरी की पूजा करते हैं, क्योंकि मां दुर्गा का आठवां रूप गौरी ही है। जो कि बेहद सरस, कोमल और सुंदर है। मासिक दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की आरती सच्चे मन से करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से भक्त के सारे दुख दूर होते हैं और समस्त सुखों की प्राप्ति होती है।
मां दुर्गा की आरती
जय
अम्बे
गौरी
मैया
जय
मंगल
मूर्ति
।
तुमको
निशिदिन
ध्यावत
हरि
ब्रह्मा
शिव
री
मांग
सिंदूर
बिराजत
टीको
मृगमद
को
।
उज्ज्वल
से
दोउ
नैना
चंद्रबदन
नीको।
जय॥
कनक
समान
कलेवर
रक्ताम्बर
राजै।
रक्तपुष्प
गल
माला
कंठन
पर
साजै
॥जय॥
केहरि
वाहन
राजत
खड्ग
खप्परधारी
।
सुर-नर
मुनिजन
सेवत
तिनके
दुःखहारी
॥जय॥
कानन
कुण्डल
शोभित
नासाग्रे
मोती
।
कोटिक
चंद्र
दिवाकर
राजत
समज्योति
॥जय॥
शुम्भ
निशुम्भ
बिडारे
महिषासुर
घाती
।
धूम्र
विलोचन
नैना
निशिदिन
मदमाती
॥जय॥
चौंसठ
योगिनि
मंगल
गावैं
नृत्य
करत
भैरू।
बाजत
ताल
मृदंगा
अरू
बाजत
डमरू
॥जय॥
भुजा
चार
अति
शोभित
खड्ग
खप्परधारी।
मनवांछित
फल
पावत
सेवत
नर
नारी
॥जय॥
कंचन
थाल
विराजत
अगर
कपूर
बाती
।
श्री
मालकेतु
में
राजत
कोटि
रतन
ज्योति
॥जय॥
श्री
अम्बेजी
की
आरती
जो
कोई
नर
गावै
।
कहत
शिवानंद
स्वामी
सुख-सम्पत्ति
पावै
॥जय॥
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मुहूर्त
- तिथि: 18 जून 2021, शुक्रवार
- अष्टमी तिथि आरंभ: 17 जून 2021, गुरुवार की रात्रि 09 बजकर 59 मिनट
- अष्टमी तिथि समाप्त: 18 जून 2021, शुक्रवार की रात 08 बजकर 39 मिनट
स्तोत्र मंत्र
- सर्वसंकट हंत्रीत्वंहिधन ऐश्वर्य प्रदायनीम्।
- ज्ञानदाचतुर्वेदमयी,महागौरीप्रणमाम्यहम्॥
- सुख शांति दात्री, धन धान्य प्रदायनीम्।
- डमरूवाघप्रिया अघा महागौरीप्रणमाम्यहम्॥