Karwa Chauth 2022: क्या है करवा चौथ पूजा का शुभ मुहूर्त? क्या होती है 'सरगी'?
Karwa Chauth Shubh Muhurat: पति की लंबी उम्र के लिए रखा जाने वाला व्रत करवा चौथ 13 अक्टूबर को है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए बिना पानी पिए, पूरे दिन भूखी-प्यासी रहकर उपवास करती हैं और शाम को चंद्र भगवान को अर्ध्य देकर अपना व्रत खोलती हैं।
करवा चौथ का शुभ मुहूर्त
- 13 अक्टूबर को चौथ 01: 59 AM से प्रारंभ
- 14 अक्टूबर को चौथ 03: 08 AM को खत्म
- करवा चौथ का शुभ पूजा मुहूर्त 13 अक्टूबर को 06: 17 PM से 07: 31 PM
- अभिजीत मुहूर्त : 12:01 PM से 12:48 PM
- अमृत काल : 4: 08 PM से 5: 50 PM
- 13 अक्टूबर को चन्द्रोदय - 08:48 PM
क्या होती है सरगी?
सरगी वो होती है, जो प्रत्येक सास अपनी बहू को करवा चौथ के व्रत से पहले देती है। इस थाली में साड़ी, शृंगार का सामान और खाने-पीने के सामान के साथ बहुत सारा प्यार और आशीष होता है। चौथ का व्रत प्रारंभ करने से पहले सरगी खानी होती है।
सरगी का समय सूर्योदय से पहले होता है
सरगी का समय सूर्योदय से पहले होता है यानी कि 4 बजे से सुबह 5 बजे के बीच में। सरगी की थाली में फेनी, मिठाई, फल, सूखे मेवे, पुड़ी और बिना प्याज-लहसुन की सब्जी होती है। सरगी करने के बाद से ही महिलाओं का व्रत प्रारंभ होता है और शाम को चांद देखने के बाद ही खुलता है।
श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है
आस्था और विश्वास का ये व्रत श्रद्धा और प्रेम का प्रतीक है। इस व्रत को वो भी रखती हैं, जिनका रिश्ता पक्का हो चुका है या सगाई हो चुकी है। करवा चौथ की पूजा हिंदू और पंजाबी महिलाएं दोनों करती हैं। हालांकि व्रत दोनों का एक ही है लेकिन दोनों की पूजा में थोड़ा अंतर होता है।
चांद के अर्ध्य देने के बाद खोला जाता है उपवास
जहां हिंदू महिलाएं करवा की पूजा करती हैं वहीं पंजाबी महिलाएं थाल सजाकर पूजा करती हैं और दोनों ही लोग चांद को अर्ध्य देने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। इस व्रत में करवा के साथ-साथ भगवान शिव, मां पार्वती, कार्तिकेय, गणेश और चंद्रमा की खास पूजा होती है। ये व्रत करने से महिलाओं के पति की उम्र बढ़ती है, उन्हें तरक्की मिलती है और साथ ही घर में प्रेम, सुख, शांति और समृद्दि का वास होता है।
Karwa Chauth 2022 Do-Don'ts: जानिए करवा चौथ पर क्या करें और क्या ना करें?