उत्तराखंड: कोरोना के इलाज की दवाएं कम कीमत पर पीएम जन औषधि केंद्रों पर उपलब्ध
देहरादून। कोरोना के इलाज में काम आ रहीं दवाएं प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर बेहद कम कीमत पर उपलब्ध हैं। इन केंद्रों पर मात्र 106 रुपये में कोरोना किट उपलब्ध है। जबकि, ब्रांडेंड कंपनियों की यही दवाएं पांच गुना ज्यादा कीमत पर बेची जा रही हैं। विशेषज्ञों के अनुसार जेनेरिक दवाएं उतनी ही कारगर हैं जितनी ब्रांडेड दवाएं।
राजधानी में 90 फीसदी मरीज घर में ही आइसोलेट होकर इलाज करा रहे हैं। महज 10 फीसदी गंभीर मरीजों को ही अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ रहा है। घर में आइसोलेट मरीजों को सरकार की ओर से कोरोना किट मुहैया कराई जाती है। हालांकि, पिछले दिनों तमाम मरीजों को यह किट उपलब्ध नहीं हो पाई थी।
ऐसे मरीजों को खुद ही जरूरी दवाएं खरीदनी पड़ी। लेकिन, लोगों को इस बात की जानकारी नहीं है कि यह दवाएं प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्रों में सिर्फ 106 रुपये में उपलब्ध हैं। जबकि यदि ब्रांडेड कंपनियों की दवाइयां ली जाएं तो मरीजों को 480 रुपये देने पड़ रहे हैं।
दवाओं
के
दाम
दवा
-
मात्रा
-
ब्रांडेड
(दाम
रुपये
में)
-
जेनेरिक
(दाम
रुपये
में)
आइवरमेकटिन
छह
गोली
224
30
अजिथ्रोमायसिन
पांच
गोली
118
45
पैरासिटामोल
दस
गोली
13
8
विटामिन
सी
15
गोली
29
15
जिंक
कैप्सूल
15
गोली
105
8
राजधानी में जेनेरिक दवाओं की कोई कमी नहीं है। राजधानी के विभिन्न इलाकों में 40 से अधिक प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। वहीं ब्रांडेड कंपनियों की दवाएं बेचने वाले तमाम मेडिकल स्टोर संचालक भी जेनेरिक दवाएं बेचते हैं।
चिकित्सा विशेषज्ञों की मानें तो जेनेरिक दवाएं भी ब्रांडेड दवाओं की तरह कारगर हैं। दून अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. केसी पंत का कहना है कि जेनेरिक और ब्रांडेड दवाओं में कोई अंतर नहीं है। यही बात वरिष्ठ पल्मनोलॉजिस्ट डॉ. अंकित अग्रवाल ने भी कही।
प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र संचालक मुकुल अग्रवाल का कहना है कि कोरोना फैलने के साथ ही जेनेरिक दवाओं की मांग तेजी से बढ़ी है। बड़ी संख्या में लोग प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र में दवाएं लेने आ रहे हैं। कई सामाजिक संगठनों की ओर से कोरोना मरीजों के लिए कोरोना किट तैयार कराए गए हैं।