हरियाणा में जो भी टीबी से ग्रस्त मरीज देगा अपनी जानकारी, उसे सरकार देगी 500 रुपए की प्रोत्साहन राशि
भिवानी, मई 25। हरियाणा सरकार ने प्रदेश को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। प्रदेश में सरकार ने यह निर्णय लिया है कि जो भी व्यक्ति टीबी ग्रस्त मरीज की सूचना सरकारी अस्पताल में देगा उसे पांच सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ताकि प्रत्येक मरीज को जल्द से जल्द चिह्नित करके उसे समुचित उपचार दिया जा सके।
स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डा. वीना सिंह ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के अधिकारियों की टीबी रोग से संबंधित कार्यशाला को संबोधित करते हुए यह बात कही। कांफ्रेंस में अतिरिक्त निदेशक डा. वीके बंसल व डा. अनुज जांगड़ा मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि टीबी रोग को लेकर सरकार पूरी तरह से गंभीर है। इसके चलते उन्होंने आह्वान किया कि टीबी मुक्त भारत मिशन की सफलता के लिए समाज का हर वर्ग आगे आकर अपना सहयोग दे।
आमजन को सरकार द्वारा टीबी रोगियों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में भी अवगत करवाया जाए ताकि कोई भी टीबी रोगी उपचार या सुविधाओं का लाभ उठा सकें। स्वास्थ्य विभाग की महानिदेशक डा. वीना सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा टीबी हारेगा-देश जीतेगा का नारा दिया गया है। इसी संकल्प को पूरा करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा गंभीरता व योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जा रहा है।
डा. वीना सिंह ने बताया कि टीबी के मरीजों के लिए पोषण आहार योजना के माध्यम से उपचार के दौरान पीड़ितों को 500 रुपये प्रतिमाह आर्थिक मदद दी जाती है। टीबी मरीज को विभाग तक ले जाने वाले व्यक्ति को प्रोत्साहन राशि के रूप में 500 रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने बताया कि टीबी मरीज का छह माह का कोर्स होता है। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी जांच केंद्रों पर रोगियों की जांच निशुल्क की जाती है।