सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के साथ की बैठक, दिए ये दिशा-निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ ने टीम-11 के साथ की बैठक, दिए ये दिशा-निर्देश
लखनऊ, अप्रैल 23: कोविड मरीजों के लिए ऑक्सीजन की उपयोगिता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऑक्सीजन सप्लाई चेन को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने कहा है कि प्रदेश में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो रही है। भारत सरकार से भी लगातार सहयोग मिल रहा है, साथ ही प्रदेश में उपलब्ध विकल्पों का भी उपयोग किया जा रहा है। जरूरत है कि ऑक्सीजन की सप्लाई चेन को पारदर्शी रखा जाए।
गुरुवार को टीम-11 के साथ कोविड की स्थिति की समीक्षा करते हुए सीएम ने निर्देश दिए कि प्रदेश में हर दिन की ऑक्सीजन की मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन लाने के लिए वितरण चेन की मॉनिटरिंग की जाए। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन और गृह विभाग परस्पर समन्वय के साथ 24×7 कंट्रोल रूम का संचालन करे। कतिपय जिलों में ऑक्सीजन वितरण को लेकर आई समस्याओं का संज्ञान लेते हुए सीएम ने निर्देश दिया कि ड्रग इंस्पेक्टर अपने संबंधित जिलाधिकारियों के निर्देशों के अनुरूप कार्य करें।
ऑक्सीजन की उपलब्धता, मांग और आपूर्ति की हर गतिविधि पर लगातार मॉनिटरिंग की जाए। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बोकारो से ऑक्सीजन लाने के लिए विशेष गाड़ी रवाना हो चुकी है, तो जल्द ही गुजरात स्थित रिलायंस कम्पनी की ओर से भी प्रदेश को ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाएगी। मोदीनगर, काशीपुर, रुड़की और पानीपत स्थित ऑक्सीजन प्लांट से भी आपूर्ति का क्रम जारी है। सीएम ने कहा कि सभी सभी छोटे-बड़े अस्पतालों की स्थिति पर 24 घंटा नजर रखी जाए। लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए टैंकरों अथवा खाली सिलिंडरों का भी कोई अभाव नहीं है। फिर भी, बदलती परिस्थितियों को देखते हुए अतिरिक्त टैंकरों और सिलिंडरों की व्यवस्था तत्काल सुनिश्चित कराई जाए।
ऑक्सीजन
की
कालाबाजारी
पर
एनएसए
और
गैंगस्टर
के
तहत
होगी
कार्रवाई
इसी
तरह
ऑक्सीजन
रीफिल
केंद्रों
पर
जिम्मेदार
अधिकारियों
की
तैनाती
की
जानी
चाहिए।
ऑक्सीजन
टैंकरों
को
जीपीएस
से
जोड़ा
जाए
तथा
प्लांट
पर
पर्याप्त
पुलिस
बल
तैनात
किया
जाए।
अधिकारियों
ने
मुख्यमंत्री
को
अवगत
कराया
कि
बढ़ती
मांग
के
अनुरूप
राज्य
सरकार
द्वारा
ऑक्सीजन
आपूर्ति
बढ़ाने
के
लिए
सभी
जरूरी
प्रयास
किए
जा
रहे
हैं।
वर्तमान
में
स्थिति
पूरी
तरह
नियंत्रित
है।
आपदा
काल
में
मुनाफाखोरों
की
बढ़ती
सक्रियता
की
खबरों
पर
सीएम
योगी
ने
सख्त
रुख
अपनाया
है।
सीएम
ने
पुलिस
महानिदेशक
को
निर्देशित
किया
है
कि
यह
सुनिश्चित
करें
कि
किसी
भी
दशा
में
ऑक्सीजन
की
कालाबाजारी
न
होने
पाए।
ऑक्सीजन
की
कालाबाजारी
करने
वालों
के
खिलाफ
गैंगस्टर
व
एनएसए
के
तहत
कार्रवाई
की
जाए।
मुहिम
बनेगी
ऑक्सीजन
प्लांट
की
स्थापना
कोविड
काल
में
ऑक्सीजन
की
मांग
को
देखते
हुए
सीएम
योगी
ने
प्रदेश
में
नए
ऑक्सीजन
प्लांट
स्थापना
को
तेज
करने
के
निर्देश
दिए
हैं।
प्रमुख
सचिव
चिकित्सा
शिक्षा
ने
सीएम
को
बताया
कि
प्रदेश
के
निजी
एवं
सरकारी
मेडिकल
कॉलेजों/अस्पतालों
ऑक्सीजन
प्लांट
की
स्थापना
की
कार्यवाही
तेजी
से
की
जा
रही
है।
वहीं
स्वास्थ्य
विभाग
द्वारा
भी
नए
प्लांट
स्थापित
कराए
जा
रहे
हैं।
इन
ऑक्सीजन
प्लान्ट
में
एयर
सेपरेशन
जैसी
आधुनिक
तकनीक
को
प्राथमिकता
दी
जा
रही
है।
बहुत
जल्द
यह
सभी
प्लांट
क्रियाशील
हो
जाएंगे।
जीवनरक्षक
दवाओं
की
उपलब्धता
सामान्य
रेमेडेसीवीर
और
फैबिफ्लू
जैसी
जीवनरक्षक
दवाओं
की
उपलब्धता
की
समीक्षा
करते
हुए
मुख्यमंत्री
ने
सभी
की
मांग
और
आपूर्ति
को
संतुलित
बनाए
रखने
के
लिए
सतत
मॉनिटरिंग
की
जरूरत
बताई।
कहा
कि
भारत
सरकार
के
सहयोग
से
प्रदेश
को
अतिशीघ्र
रेमेडेसीवीर
के
सवा
लाख
वॉयल
प्राप्त
हो
जाएंगे।
इससे
प्रदेश
में
रेमेडेसीवीर
की
आपूर्ति
और
व्यवस्थित
हो
जाएगी।
इसके
अतिरिक्त,
दवा
निर्माता
कंपनियों
द्वारा
भी
लगातार
आपूर्ति
की
जा
रही
है।
रेमेडेसीवीर
को
लेकर
प्रदेश
में
स्थिति
सामान्य
है।
कहा
कि
औषधि
प्रशासन
और
स्वास्थ्य
विभाग
सभी
जीवनरक्षक
दवाओं
के
मांग
और
आपूर्ति
के
बीच
संतुलन
बनाए
रखना
सुनिश्चित
करे।
इन
आवश्यक
दवाओं
की
कालाबाजारी
और
स्टॉक
करने
वालों
के
विरुद्ध
कठोरतम
कार्रवाई
की
जाए।
कोविड
बेड
की
अद्यतन
जानकारी
लेते
हुए
मुख्यमंत्री
योगी
ने
कहा
कि
कोविड
मरीजों
को
बेड
आवंटन
में
पूरी
पारदर्शिता
रखी
जाए।
इंटीग्रेटेड
कंट्रोल
एंड
कमांड
सेंटर
की
भूमिका
इसमें
अति
महत्वपूर्ण
है।
प्रत्येक
जनपद
में
बेड,
ऑक्सीजन,
दवाओं,
मेडिकल
उपकरणों
तथा
चिकित्साकर्मियों
की
पर्याप्त
उपलब्धता
हमेशा
बनी
रहे।
एम्बुलेंस
सेवाओं
का
सुचारु
संचालन
सुनिश्चित
हो।
पूरे
सम्मान
के
साथ
हो
अंतिम
संस्कार
मुख्यमंत्री
योगी
आदित्यनाथ
ने
कोविड
मरीजों
के
अंतिम
संस्कार
को
ससम्मान
के
साथ
कराए
जाने
के
निर्देश
दिए
हैं।
सीएम
ने
कहा
है
कि
एक
भी
नागरिक
की
मृत्यु
दुःखद
है,
यह
प्रदेश
की
क्षति
है।
जिला
प्रशासन
यह
सुनिश्चित
करे
कि
कोविड
संक्रमित
मरीजों
के
परिजनों
के
साथ
यथोचित
सम्मान
के
साथ
संवेदनशील
व्यवहार
किया
जाए।
अंतिम
संस्कार
की
क्रिया
कोविड
प्रोटोकॉल
का
अनुरूप
पूरे
सम्मान
के
साथ
संपन्न
कराया
जाए।