दिल्ली में ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने केंद्र सरकार को ठहराया जिम्मेदार
नई दिल्ली, मई 22। राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप के बीच इसकी दवा का संकट भी गहरा रहा है। दिल्ली में ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत के लिए दिल्ली सरकार ने केंद्र को जिम्मेदार ठहराया है। दवा के आभाव में ब्लैक फंगस के रोगियों को उपचार में मिल रही देरी के लिए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेन्द्र जैन ने केन्द्र सरकार पर ठीकरा फोड़ा है। जैन ने कहा है कि ब्लैक फंगस की दवा को केंद्र सरकार नियंत्रित कर रही है। केंद्र सरकार सभी राज्यों को कोटे के हिसाब से दवाई दे रही है।
जैन ने ब्लैक फंगस की दवाई के संबंध में कहा कि इनकी सिर्फ दिल्ली नहीं, बल्कि पूरे देश में दिक्कत है। जैन ने बताया कि उन्होंने कहा कि हमने केंद्र से दिल्ली में ब्लैक फंगस के रोगियों के लिए 2000 दवाई देने के लिए कहा है। दवाइयां जैसे ही मिलेंगी हम अस्पतालों को देंगे। जैन ने कहा कि ब्लैंक फंगस का घर पर इलाज नहीं हो सकता है। इसकी वजह से सीधे अस्पतालों को दवाई दे रहे हैं। जैन ने बताया कि एक व्यक्ति को एक दिन में 5-6 इंजेक्शन लगते हैं। ऐसे में 4000 इंजेक्शन की जरूरत होती है तो एक हजार मिलते हैं। ऐसे में सभी मरीजों और अस्पतालों को पूरे इंजेक्शन नहीं मिल सकते।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि डॉक्टर की सलाह पर ही स्ट्राइड लें, खून में शुगर बढ़ने और स्ट्राइड लेने से इम्युनिटी कम होने पर ब्लैक फंगस हो रहा है। जिन कोरोना मरीजों को इलाज के दौरान स्टेरॉइड दिया गया है।
सत्येंद्र जैन ने लोगों को ब्लैक फंगस के बारे में आगाह करते हुए कहा कि ब्लैक फंगस दो कारणों से हो रहा है। पहला, खून के अंदर शुगर का स्तर बढ़ना और दूसरा स्टेरॉइड की वजह से इम्युनिटी का कम होना। पहली बात कि स्ट्राइड डॉक्टर की सलाह पर ही लें, बिना डॉक्टर की सलाह के बिल्कुल भी न लें।