बंगाल में BJP हारी, लेकिन दिहाड़ी मजदूर की पत्नी चंदना ने TMC नेता को हराकर रच दिया इतिहास
कौन हैं चंदना बाउरी, जिन्होंने बंगाल में दिग्गज TMC नेता को हराकर रच दिया इतिहास...
कोलकाता, 03 मई: पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने प्रचंड जीत दर्ज करते हुए एक बार फिर इतिहास रच दिया है। हालांकि नंदीग्राम सीट पर सीएम ममता बनर्जी भाजपा के सुवेंदु अधिकारी के सामने रोमांचक मुकाबले में चुनाव हार गईं, लेकिन राज्य में एक बार फिर से टीएमसी की सरकार बनना तय हो गया है। ममता बनर्जी के अलावा भाजपा के टिकट पर लड़े कई दिग्गज नेताओं को भी हार का मुंह देखना पड़ा है। इस बीच एक बड़े उलटफेर के तहत पश्चिम बंगाल की सल्टौरा विधानसभा सीट पर भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं दिहाड़ी मजदूर की पत्नी चंदना बाउरी ने धमाकेदार जीत दर्ज की है।
चंदना ने TMC के दिग्गज संतोष कुमार मोंडल को हराया
पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले की सल्टौरा विधानसभा सीट पर चंदना बाउरी ने टीएमसी के दिग्गज नेता संतोष कुमार मोंडल को 4 हजार से भी ज्यादा वोटों के अंतर से हराया है। झोंपड़ी में रहने वालीं और बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वालीं चंदना की जीत ने बड़े-बड़े चुनावी पंडितों को हैरान कर दिया है। चंदना के पति पेशे से एक राज-मिस्त्री हैं और 400 रुपए दिहाड़ी पर काम करते हैं।'
31,985 रुपए की संपत्ति की मालकिन हैं चंदना
चुनाव आयोग को दिए अपने शपथ-पत्र में चंदना ने जो जानकारी दी थी, उसके मुताबिक उनके बैंक खाते में महज 6335 रुपए और उनके पति के खाते में केवल 1561 रुपए थे। शपथ पत्र में चंदना ने यह भी बताया कि वो केवल 31,985 रुपए की संपत्ति की मालकिन है, जबकि उनके पति के पास 30,311 रुपए की संपत्ति है। महज 12वीं कक्षा तक पढ़ीं चंदना बाउरी ने कई बार अपने पति के साथ दिहाड़ी मजदूर के तौर पर भी काम किया।
मनरेगा कार्ड धारक हैं चंदना और उनके पति
चंदना बाउरी के पास संपत्ति के नाम पर कोई खेती की जमीन नहीं है और दोनों पति-पत्नी मनरेगा कार्ड धारक हैं। चंदन और उनके पति के पास केवल 3 बकरी, 3 गायें और एक झोंपड़ी है। साल 2020 में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक पक्का घर बनाने के लिए चंदना और उनके पति को 60 हजार रुपए की धनराशि मिली थी। चुनाव से पहले चंदना ने बताया था कि उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी कि उन्हें भाजपा ने टिकट दिया है। चंदना को उनके पड़ोसियों ने इस बारे में बताया था कि भाजपा ने उन्हें सल्टौरा सीट से उम्मीदवार बनाया है।
क्या है चंदना का राजनीतिक इतिहास
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान चंदना ने बताया था, 'टिकटों का ऐलान होने से पहले मुझे बिल्कुल अंदाजा नहीं था कि भाजपा विधानसभा चुनाव में मेरे ऊपर भरोसा जताएगी। कई लोगों ने मुझसे कहा कि मुझे टिकट के लिए आगे आना चाहिए, लेकिन उस वक्त इस बात का अंदाजा नहीं था।' चंदना ने बताया कि उनके पति पहले फॉरवर्ड ब्लॉक से जुड़े हुए थे और बाद में टीएमसी में शामिल हो गए। कुछ टीएमसी कार्यकर्ताओं ने जब उन्हें परेशान किया तो उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली।
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बंगाल में कितनी सीटों पर जीती भाजपा
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी के खाते में केवल 77 सीटें गई हैं। इससे पहले 2016 के विधानसभा चुनाव में टीएमसी को 211 और भाजपा को 3 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार के चुनाव में कांग्रेस और वामदलों का पश्चिम बंगाल में खाता भी नहीं खुला है।