बंगाल: राज्यपाल ने की बीजेपी विधायकों के दल से मुलाकात, कहा- दल बदल कानून यहां भी है लागू
कोलकाता, 14 जून: बंगाल में चुनावी प्रक्रिया खत्म हो गई, साथ ही टीएमसी ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार भी बना ली, लेकिन वहां की सियासत अभी भी गरमाई हुई है। सोमवार को बीजेपी नेता और राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता शुवेंदू अधिकारी ने पार्टी विधायकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल जगदीप धनखड़ से राजभवन में मुलाकात की। इसके साथ ही उन्हें बंगाल में हो रही कई अनुचित घटनाओं से अवगत कराया। बीजेपी प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल धनखड़ की कई अन्य मसलों पर भी चर्चा हुई।
मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता शुवेंदू अधिकारी सहित 50 विधायकों ने मुझे एक ज्ञापन दिया है। उस ज्ञापन में उन्होंने पश्चिम बंगाल की भयावह स्थिति का वर्णन किया और प्रमुख रूप से चार बातों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। पश्चिम बंगाल में पिछले 10 साल में दल-बदल कानून के तहत कोई कारगर कार्रवाई नहीं हुई। तिलजला और चंदन नगर की घटनाएं, दो सांसदों, विधायकों के साथ क्या हुआ? ये अराजकता है।
उन्होंने आगे कहा कि मैं हाथ जोड़कर सभी से अपील करना चाहता हूं- हमें खून से लथपथ बंगाल नहीं चाहिए। इस देश में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। रवींद्रनाथ टैगोर ने कहा था - 'जहां मन भय रहित होता है, वहां सिर ऊंचा होता है'। मैं जानता हूं कि यहां किसी का भी मन भय से मुक्त नहीं है। डर का स्तर इतना अधिक है कि लोकतंत्र अंतिम सांस ले रहा है। मैं सरकारी अधिकारियों और सीएम से अनुरोध करता हूं कि वो आवश्यक कदम उठाएं और सकारात्मक रुख अपनाएं, क्योंकि बंगाल को हम हिंसा की आग में नहीं डाल सकते हैं। राज्यपाल ने कहा कि राज्य का संवैधानिक प्रमुख होने के नाते, मैं यह स्पष्ट कर दूं कि जैसे देश के अन्य हिस्सों में दल-बदल कानून लागू है, वैसे ही वो बंगाल में भी लागू है।