मोदी सरकार के 100 दिन बचे हैं, या तो वादा पूरा करें वरना छोड़ देंगे NDA का साथ: राजभर
Uttar pradesh news, वाराणसी। यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने एक बार फिर एनडीए से बगावत के सुर गाए हैं। उन्होंने मोदी सरकार को 100 दिनों का अल्टीमेट देते हुए कहा है कि पिछड़ी जाति के बंटवारे की मांग पूरी कर दें, वरना वह गठबंधन से बाहर हो जाएंगे। यही नहीं, राजभर ने बुलंदशहर हिंसा में भी राज्य की भाजपा सरकार की भूमिका होने के भी आरोप लगाए।
'100 दिन बचे हैं, सरकार को ये मांग पूरी कर देनी चाहिए'
राजभर ने पिछड़ी जाति में आरक्षण को लेकर बयान दिया। कहा कि मोदी सरकार को अब मात्र 100 दिन बचे हैं। उन्होंने वादा किया था कि पिछड़ी जाति का आरक्षण लागू किया जाएगा, लेकिन अभी ऐसा नहीं हो सका है। जबकि, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी यही घोषणा की थी कि वे चुनाव से 6 महीना पहले इसे लागू कर देंगे। मगर, अभी कुछ नहीं दिख रहा। सरकार को मांग पूरी करनी चाहिए, वरना एनडीए से हमारा साथ छूट जाएगा।''
'गाय पर टैक्स लिया, कुत्तों पर भी लेगी सरकार'
राजभर ने नए टैक्स वसूले जाने पर कहा कि उत्तर प्रदेश में अभी तो गाय पर टैक्स लिया जा रहा है, आगे कुत्तों पर भी टैक्स लिया जाएगा। यही सरकार जीएसटी ले आई, लेकिन पेट्रोल और डीजल पर जीएसटी नहीं लगाई। अगर गरीबों की बात करते हैं तो पेट्रोल और डीजल पर जीएसटी क्यों नहीं लगाते। इससे उसका दाम आधा हो जाएगा। पेट्रोल और डीजल पर इसलिए टैक्स नहीं लगाया जाता कि टाटा, बिरला, अंबानी जैसे लोग उसके कारोबारी हैं।''
'बुलंदशहर हिंसा में थे भाजपा के लोग'
बकौल राजभर, 'बुलंदशहर-गाजीपुर और जेलों में हो रही हिंसा के पीछे सरकार की लचर कानून व्यवस्था है। खुद भाजपा के लोग ही बुलंदशहर की घटना में शामिल थे। जो आरोपी पकड़ा गया है, उसे कौन संरक्षण देता था यह सब जानते हैं।''
'समय-समय
पर
जेल
जाता
हूं'
राजभर
ने
कहा
कि
सूबे
में
कुछ
अधिकारी
और
कर्मचारी
व्यापक
स्तर
पर
भ्रष्टाचार
कर
रहे
हैं।
मैं
समय-समय
पर
जेल
जाता
हूं।
वहां
देखता
हूं
कि
सिस्टम
अलग
है।
आए
दिन
किसी
सिपाही
की
हत्या
हो
जाती
है।
जेल
के
अंदर
से
बुलाकर
मार
दिया
जाता
है।'
मोदी लहर में सांसद बनने के बाद पहली बार आईं नीलम को नाराज जनता ने घेरा, वीडियो
'किसी
भी
सांसद
विधायक
की
जुबान
नहीं
खुल
रही'
'भाजपा
के
शीर्षनेताओं
ने
दलितों
के
हित
में
वादे
तो
कर
दिए।
ये
भी
कह
दिया
कि
सबका
साथ
सबका
विकास
होगा,
लेकिन
पिछड़ी
जाति
का
विभाजन
ना
करके
अपने
नारे
को
ही
बीजेपी
सार्थक
नहीं
बना
रही।
किसी
भी
सांसद
और
विधायक
की
जुबान
इस
मामले
को
लेकर
नहीं
खुल
रही
है।''