Varanasi News :काशी में अनोखा क्रिकेट, धोती कुर्ता पहन खिलाड़ियों ने लगाए चौके-छक्के, संस्कृत में कमेंट्री
वाराणसी स्थित डॉ. संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में शनिवार को अनोखे क्रिकेट मैच का आयोजन किया गया। धोती कुर्ता पहने खिलाड़ियों ने चौके छक्के लगाए और मैच की कमेंट्री भी संस्कृत में की गई।
Varanasi के सिगरा इलाके में स्थित डॉ संपूर्णानंद स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित क्रिकेट मैच का नजारा ही अलग था। क्रिकेट खेलने वाले खिलाड़ी धोती कुर्ता और माथे पर चंदन टीका लगाकर खेलते नजर आए। वहीं इस मैच की पूरी कमेंट्री भी संस्कृत भाषा में की गई। इस मैच को देखने के लिए काफी संख्या में दर्शक भी जुटे थे और खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन में जमकर तालियां बजी।
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भारी संख्या में दर्शक भी रहे मौजूद
क्रिकेट मैच की कमेंट्री संस्कृत में होने के चलते देखने वाले लोगों का उत्साह भी चरम पर था। काफी संख्या में लोग इस मैच को देखने के लिए स्पोर्ट्स स्टेडियम में पहुंचे थे। माथे पर टीका चंदन लगाए बटुक जब अपने बल्ले से चौका और छक्का लगाते या रन बनाने के लिए दौड़ लगाते तो तालियों की गड़गड़ाहट से मैदान गूंज उठता। खिलाड़ियों के अलावा निर्णायक की भूमिका में मौजूद अंपायर भी अनोखे परिधान में नजर आए। लाल रंग की धोती और कुर्ता तथा गले में रुद्राक्ष की माला धारण किए अंपायर भी चर्चा में रहे।
इन टीमों के बीच खेले गए मैच
शनिवार को आयोजित किए गए इस अनोखे टूर्नामेंट में 4 टीमों ने प्रतिभाग किया। जिसमें इंटरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल संस्कृत संस्थान, श्री महाविद्यालय, चल्लासुब्बा राव वेद विद्यालय और श्री भगवान विष्णु स्वामी सतुआ बाबा संस्कृत विद्यालय के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। पहला मैच इंटरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल संस्कृत संस्थान और चल्ला सुब्बाराव वेद विद्यालय के खिलाड़ियों के बीच खेला गया जिसमें इंटरनेशनल चंद्रमौली चैरिटेबल संस्कृत संस्थान के खिलाड़ियों ने चल्ला सुब्बा राव वेद विद्यालय की टीम को 26 रनों से हरा दिया। मैच जीतने के बाद चंद्रमौली चैरिटेबल संस्कृत संस्थान के खिलाड़ियों ने हर हर महादेव का नारा लगाया।
प्रधानमंत्री भी कर चुके हैं तारीफ
यह पहला मौका नहीं है जब धोती कुर्ता पहने हुए पूजा-पाठ और कर्मकांड कराने वाले बटुक लोगों के बीच क्रिकेट मैच का आयोजन हुआ। इसके पहले भी इस तरह के मैच हो चुके हैं। इस मैच को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम में इस क्रिकेट टूर्नामेंट की प्रशंसा भी कर चुके हैं। इस क्रिकेट टूर्नामेंट कराने वाले आयोजकों का कहना है कि वह देव भाषा संस्कृत को बढ़ाने के लिए इस तरह के क्रिकेट का आयोजन करवाते हैं।