ANKITA CASE: वनंतरा रिजॉर्ट के मेहमान खोलेंगे राज, अक्टूबर में होनी थी बड़ी पार्टी लेकिन उससे पहले हो गया कांड
अंकिता केस: वनंतरा रिजॉर्ट के मेहमानों से हो रही पूछताछ
देहरादून, 4 अक्टूबर। अंकिता भंडारी केस में पुलिस अब रिजॉर्ट में ठहरने वाले टूरिस्ट और बुकिंग कराने वाले मेहमानों पर फोकस कर रही है। एसआईटी ऐसे सभी लोगों से पूछताछ कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वनंतरा रिजॉर्ट में अंकिता हत्याकांड होने के बाद एक बड़ी पार्टी आयोजित होनी थी, लेकिन उससे पहले ये कांड हो गया। ऐसे में एसआईटी पार्टी आयोजित करने वाले लोगों और मेहमानों से भी पूछताछ कर रही है। जो कि अहम कड़ी साबित हो सकती है।
पुलिस के पास टेक्निकल एविडेंस
अंकिता हत्याकांड में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती वनंतरा रिजॉर्ट के अंदर चल रही गतिविधियों को साबित करना है। इसके लिए पुलिस के पास टेक्निकल एविडेंस हैं। अब पुलिस इसमें लोगों के बयान भी शामिल कर रही है। अब तक की जांच में ये साफ हो चुका है कि वनंतरा रिजॉर्ट में ऐसी पार्टी अक्सर होती थी। साथ ही गलत कामों को भी यहां पर किया जा रहा था। इसमें पुलिस के पास कई अहम साक्ष्य होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही अंकिता के अपने दोस्त के साथ किए गए चौट इसमें अहम एविडेंस माने जा रहे हैं। जबकि रिजॉर्ट की पुरानी स्टाफ भी अपने बयान में इस बात को स्वीकार कर चुकी है, कि रिजॉर्ट में ऐसे लोगों का आना जाना लगा रहता था। साथ ही रिजॉर्ट में चल रहे गंदे काम की भी स्टाफ पोल खोल चुके हैं।
अंकिता की हत्या एक सोची-समझी साजिश
अब तक पुलिस आरोपियों से रिमांड में काफी कुछ सच उगलवा चुकी है। साथ ही अंकिता के दोस्त, रिजॉर्ट के कर्मचारी, पुराने स्टाफ के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। अब पुलिस रिजॉर्ट में रूकने वाले टूरिस्ट और मेहमानों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा है कि उनके पास आरोपियों को सजा दिलाने के लिए काफी सबूत हैं। अब इस केस में अगले तीन से चार सप्ताह के भीतर चार्जशीट दाखिल की जा सकती है। पुलिस इस बात का दावा कर रही है कि अंकिता की हत्या एक सोची-समझी साजिश थी।
हत्या के आसपास इस रिजॉर्ट में रूकने वाले लोगों से पूछताछ
अंकिता का रिजॉर्ट के अंदर चल रही गतिविधियों का बाहर जिक्र करना और रिजॉर्ट की पोल खोलने की बात ही उसकी हत्या की वजह बनी। जिसके बाद पुलकित ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस हत्या के आसपास इस रिजॉर्ट में रूकने वाले लोगों से पूछताछ कर चुकी है। दिल्ली के कुछ लोग भी यहां अक्तूबर के पहले सप्ताह में जन्मदिन की पार्टी करने आने वाले थे। उनसे भी पूछताछ की गई है।
रिजॉर्ट में वीआईपी का जिक्र, पुलिस के लिए कई चुनौतियां
रिजॉर्ट में वीआईपी का जिक्र आने के बाद से इस मामले में पुलिस के लिए कई चुनौतियां खड़ी हो गई है। जिससे पुलिस के सामने राजनीतिक रूप से भी दबाव बढ़ता जा रहा है। विपक्ष पहले ही दिन से वीआईपी का नाम सार्वजनिक करने की मांग करता आ रहा है। पूर्व सीएम हरीश रावत की सोशल मीडिया पोस्ट ने एक बार फिर सरकार की नींद उड़ा दी है।
प्रकरण को लेकर हरीश रावत ने मौन उपवास किया
हरीश रावत ने लिखा है कि
मुख्यमंत्री जी अंकिता भण्डारी ने अपनी पोस्ट में जिस वीआईपी का जिक्र किया था और यह कहा था कि एस्कॉर्ट करने के लिए मेरे ऊपर दबाव डाला जा रहा है। अभी तक उस वीआईपी की गिरफ्तारी का न होना लोगों को चिंता डाल रहा है। राजनीतिक लोगों के जेहन में वह चेहरा कुछ.कुछ साफ होने लगा है। लोगों को संदेह है कि वह वीआईपी बहुत ही वजनदार व्यक्ति है और उत्तराखंड के राजनीतिक घटनाक्रम से उसका पहले भी संबंध रहा है। ज्यों-ज्यों ये बातें चर्चा में आ रही हैं, लोगों की चिंता और गहरी होती जा रही है! मैं राज्य के प्रबुद्ध जनमानस से प्रार्थना करना चाहूंगा कि अपने.अपने तरीके से अगले दो.तीन दिन में अपनी चिंता को अभिव्यक्ति दीजिए। चाहे उपवास के माध्यम से दीजिए, चाहे बयानों के माध्यम से दीजिए, चाहे सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दीजिए। मुख्यमंत्री जी राज्य के भरोसे को कायम रखिए।
इस प्रकरण को लेकर हरीश रावत ने आज मौन उपवास भी किया है।