उत्तराखंड: धामी मंत्रिमंडल को लेकर तेज हुई कयासबाजी, किसके कतरे जाएंगे पर, किसका बढ़ेगा कद, पढ़िए पूरी रिपोर्ट
उत्तराखंड धामी मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर कयासबाजी का दौर
देहरादून, 28 सितंबर। उत्तराखंड धामी मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर दिल्ली से लेकर देहरादून तक कयासबाजी का दौर जारी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और स्पीकर ऋतु खंडूरी भूषण के दिल्ली पहुंचने से सियासत गरमा गई है। सूत्रों का दावा है कि मंत्रिमंडल में बदलाव को लेकर दिल्ली में महामंथन जारी है। ऐसे में जल्द ही धामी सरकार में नए चेहरे शामिल होने के साथ ही वर्तमान में से किसी मंत्री की छुट्टी होना तय माना जा रहा है। जो कि हाईकमान को तय करना है।
प्रदेश में मंत्रिमंडल में बदलाव के कयास तेज
उत्तराखंड में भाजपा के तीन बड़े चेहरे सीएम पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और स्पीकर ऋतु खंडूरी के दिल्ली दौरे के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल में बदलाव के कयास तेज हो गए हैं। स्पीकर विधानसभा में बैकडोर भर्ती की जांच और रिपोर्ट के बाद की कार्रवाई का फीडबैक दे सकती हैं। इस प्रकरण से पार्टी को हुए नुकसान का भी पार्टी होमवर्क कर रही है। जिसके आधार पर मंत्रियों की कुर्सी का भी भविष्य तय होगा। मंत्रिमंडल से एक मंत्री के स्वास्थ्य कारण से छुट्टी होने जबकि एक मंत्री को लेकर लंबे समय से हटने की कयासबाजी भी सोशल मीडिया में जारी है।
भ्रष्टाचार और भर्ती घोटाले के आधार पर भी धामी की नई टीम का रूप तैयार
भाजपा हाईकमान उत्तराखंड में एक बार फिर बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी में जुटा है। भले ही आधार 6 माह की परर्फोमेंस को बनाया जा रहा है। लेकिन भ्रष्टाचार और भर्ती घोटाले के आधार पर भी धामी की नई टीम का रूप तैयार किया जाएगा। ऐसे में ये तय माना जा रहा है कि सीएम पुष्कर सिंह धामी और प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का अलग-अलग फीडबैक लिया जाएगा। धामी मंत्रिमंडल में भले ही 3 सीट खाली चल रही हो, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि दो नए चेहरे लाकर एक चेहरा ऐसे में एक चेहरा गढ़वाल और एक चेहरा कुमाऊं से लिया जा सकता है। इसके साथ ही कम से कम एक चेहरा मंत्रीमंडल से हटाया जा सकता है। हालांकि अभी कयासबाजी ही चल रही है।
खेल, चिकित्सा, परिवहन जैसे अहम विभाग भी नए चेहरों को दिए जा सकते हैं
इसके साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स में मंत्री सौरभ बहुगुणा और सुबोध उनियाल का कद बढ़ाने की चर्चा हो रही है। इसके साथ ही खेल, चिकित्सा, परिवहन जैसे अहम विभाग भी नए चेहरों को दिए जा सकते हैं। साफ है कि पुराने मंत्रियों का बोझ कम किया जा सकता है। खासकर जिन मंत्रियों के पास ज्यादा विभाग हैं, उनसे बड़े विभाग लेकर नए मंत्रियों को विभाग सौंपे जा सकते हैं। जिन मंत्रियों के नाम मंत्रियों की रेस में आगे बताए जा रहे हैं उनमें गढ़वाल से खजानदास, मुन्ना सिंह चौहान, विनोद कंडारी, कुमाऊं से प्रमोद नैनवाल, विशन सिंह चुफाल, वंशीधर भगत बताए जा रहे हैं। इनमें से दो चेहरे मंत्रियों में शामिल किए जा सकते हैं। हालांकि इन नामों पर दिल्ली हाईकमान से ही मुहर लगनी है। नए चेहरों को शामिल करने के लिए सीएम और प्रदेश अध्यक्ष की राय अहम मानी जा रही है।