उत्तराखंड में बारिश का कहर: गंगोत्री नेशनल हाईवे 94 बना झरना, दो नेशनल हाईवे मलबे के कारण हुए बंद
टिहरी, 28 अगस्त: उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिसने भारी तबाही मचाई है। भारी बारिश के चलते टिहरी गढ़वाल जिले में ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग (एनएच 94) ऋषिकेश से 38 किमी दूर हाईवे का करीब 40 मीटर हिस्सा इस तहत से टूट गया है कि यह झरने में तब्दील हो गया है। वहीं, ऋषिकेश-बदरीनाथ राजमार्ग शिवपुरी और तोताघाटी में मलबा आने से बंद हो गया। इससे जिला मुख्यालय नई टिहरी का राजधानी देहरादून से संपर्क कट गया। चंपावत में भूस्खलन के कारण पूर्णागिरी देवी मंदिर की ओर जाने वाला मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया।

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भारी बारिश के कारण उत्तराखंड में पुलों और सड़कों टूटने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। देहरादून में पुल और सड़कें टूट जाने की खबरों के बाद अब टिहरी ज़िले में भी भारी बारिश से आफत की खबरें आई हैं। एनएच-58 और एनएच-94 पर भारी लैंडस्लाइड होने से दोनों नेशनल हाईवे ठप हो गए। वहीं, एनएच-94 पर फकोट में रोड का एक बड़ा हिस्सा टूट कर बह गया। जिसकी वजह से यह हाईवे अब एक झरने में तब्दील हो गया है। तो वहीं, लोगों को पहाड़ियों और पगडंडियों के सहारे जान जोखिम में डालकर सड़क पार करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
टिहरी गढ़वाल जिले की जिलाधिकारी इवा आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि एनएच 58 और 94 बंद हैं, वैकल्पिक मार्गों में भी स्थिति खराब है और अभी केवल एक रूट चालू है। रास्ते खाली कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। यात्रियों को बेवजह यात्रा न करने के निर्देश जारी करते हुए हाईवे बंद कर दिए हैं। एसडीएम नरेंद्रनगर युक्ता मिश्र ने बताया कि फकोट के पास मार्ग लगभग 40 मीटर तक बह गया है। उसे सही करने में एक सप्ताह से ज्यादा का समय लग सकता है। बीआरओ की टीम को मार्ग का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए हैं। दोनों राजमार्ग पर अभी कोई भी यात्री नहीं फंसा है। नरेंद्र नगर से हिंडोलाखाल-देवलधार और आगराखाल-भोगपुर मोटर मार्ग को वैकल्पिक मार्ग के तौर पर खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
वहीं, चंपावत में भूस्खलन के कारण पूर्णागिरी देवी मंदिर की ओर जाने वाला मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया। बता दें कि 23 अगस्त दिन सोमवार को चम्पावत-टनकपुर हाईवे पर स्वाला के पास पहाड़ी का बड़ा हिस्सा दरकने से सड़क पर मलबे के साथ पेड़ और बड़े-बड़े बोल्डर आ गए थे। तब से अब तक बिना रूके सड़क खोलने का काम किया जा रहा है, लेकिन लगातार गिर रहे मलबे के कारण काम में व्यवधान पैदा हो रहा है।