चारधाम यात्रा: श्रद्धालुओं का आंकड़ा 30 लाख पार, यात्रा मार्गों पर लगेंगे इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग पॉइंट
चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 30 लाख पार
देहरादून, 13 अगस्त। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 30 लाख पार हो चुका है। जो कि एक नया रिकॉर्ड कायम हो चुका है। इधर उत्तराखंड में जल्द ही चारधाम यात्रा मार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इसके लिए राज्य सरकार की और से पहल की गई है।
अब तक 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन कर लिए
कोविड के बाद 2 साल बाद शुरू हुई चारधाम यात्रा में इस बार रिकॉर्ड श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार अब तक 30 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन कर लिए हैं। अब भी यात्रा का संचालन हो रहा है। जो कि दीवाली तक जारी रहेगा। ऐसे में एक बार फिर बरसात रूकने के बाद यात्रा में तेजी आने की उम्मीद है। इन दिनों बारिश के बाबजूद भी यात्री यात्रा के लिए पहुंच रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार को 40 लाख का आंकड़ा पार होने की उम्मीद है। इस बार यात्रा 3 मई से शुरू हुई थी। तीन मई यानी अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू हुई, जबकि केदारनाथ के कपाट 6 मई और बदरीनाथ के कपाट 8 मई को खुले। लगभग 3 माह में 30 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन कर एक नया रिकॉर्ड बना दिया है।
चारधाम यात्रा मार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन बनाने जा रही है
राज्य सरकार चारधाम यात्रा मार्गों पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन बनाने जा रही है। इसके लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय से मिलकर इस मुद्दे पर चर्चा कर चुके हैं। जिसके बाद तय हुआ कि चार धाम यात्रा मार्ग पर इलेक्ट्रॉनिक चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने के लिए उत्तराखंड सरकार केंद्र को प्रस्ताव भेजेगी।
चारधाम यात्रा मार्ग खुले
प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली है। बारिश न होने से एक बार फिर उमस से परेशानी बढ़ गई है। चारधाम यात्रा मार्ग खुले हैं। 14 को उत्तरकाशी, चमोली व बागेश्वर जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश का यलो अलर्ट है। प्रदेश में इस समय मानसून कुछ कमजोर हुआ है। रविवार 14 अगस्त को भारी बारिश के यलो अलर्ट के मद्देनजर उत्तरकाशी, चमोली, बागेश्वर में संवेदनशील इलाकों में हल्का भूस्खलनए चट्टान गिरने के कारण कहीं कहीं सड़क, राजमार्गों में अवरोध, कटाव, कहीं कहीं नदी नालों के जल स्तर पर वृद्धि की आशंका जताई गई है। लोगों से सतर्कता बरतने की अपील भी की गई है। 16 अगस्त को भी पर्वतीय जिलों के साथ ही मैदानी क्षेत्रों में कहीं कहीं बारिश का अंदेशा है। 16 के बाद प्रदेश में बारिश में तेजी आने का अनुमान है।