यूपी में प्रियंका गांधी के महिला कार्ड से उत्तराखंड भाजपा में बैचेनी, चुनावी साल में खेला अब ये दांव
देहरादून, 23 अक्टूबर। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के टिकटों में महिलाओं को 40 परसेंट तक रिजर्व करने के ऐलान के बाद उत्तरप्रदेश ही नहीं उत्तराखंड में भी सियासत गर्मा गई है। कांग्रेस के बाद भाजपा में भी महिलाओं को अपने-अपने पाले में करने के लिए नए-नए दांव खेले जा रहे हैं। इसी के चलते उत्तराखंड में भाजपा ने विधानसभाओं में एक-एक महिला सहप्रभारियों की नियुक्ति कर महिलाओं को बराबर का अधिकार देने का दावा किया है। जो कि चुनाव में इस तरह का पहली बार प्रयोग होगा।

70 सीटों पर होंगी महिला सह प्रभारी
उत्तराखंड में भाजपा अब महिलाओं के अधिकार की बात कर रही है। पार्टी सभी 70 विधानसभाओं में महिलाओं को सहप्रभारी की जिम्मेदारी सौंपने जा रही है। भाजपा के इस निर्णय को प्रियंका गांधी के उत्तर प्रदेश में महिलाओं को 40 परसेंट सीटों पर टिकट देने के ऐलान से जोड़ा जा रहा है। विधानसभा चुनाव की तैयारियों के लिए संगठन ने अभी तक 70 विधानसभा सीटों पर विस्तारक तैनात किए हैं। इनके अलावा हर विधानसभा में चुनाव प्रभारी व सहप्रभारी बनाए गए हैं। पार्टी पहली बार इस तरह का प्रयोग कर रही है। जो कि महिलाओं की भागीदारी को चुनाव में सुनिश्चित करेगी। इससे भाजपा महिलाओं को साधने में भी कामयाब हो पाएगी।

यूपी में संजीवनी का असर उत्तराखंड में दिखना तय
उत्तरप्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने महिलाओं पर बड़ा दांव खेला है। महिलाओं को 40 परसेंट सीटों पर टिकट देना कांग्रेस के लिए यूपी में संजीवनी साबित हो सकता है। यूपी में कांग्रेस को इस दांव से चुनाव मे बड़ा लाभ होने के कयास भी लगाए जा रहे हैं। प्रियंका के इस दांव का असर चुनावी राज्यों में भी दिखना तय है। जिसके बाद उत्तराखंड में भी महिला मोर्चा सक्रिय हो गया है। कांग्रेस की महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष सरिता आर्य भी अब उत्तराखंड में महिलाओं को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देने की मांग कर रही है। जो कि यूपी के 40 परसेंट के आसपास हो। उनका कहना है कि उत्तराखंड में भी कम से कम 30 परसेंट तक टिकट महिलाओं को देने की वकालत कर रही हैं। भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण तो उत्तराखंड में 50 परसेंट टिकट का दावा ठोक रही हैं। जिससे आने वाले दिनों में महिलाओं को लेकर सियासत गर्मानी तय है।

37.43 लाख महिला वोटर पर नजर
राजनीतिक दलों के चुनावी दावे और धरातल की सच्चाई में जमीन आसमान का फर्क है। उत्तराखंड में महिलाओं के टिकट 21 साल में किसी भी दल ने 10 से 15 परसेंट से ज्यादा नहीं बांटे। 2017 में तो कांग्रेस ने 8 परसेंट जबकि भाजपा ने 5 परसेंट ही टिकट महिलाओं को दिए। उत्तराखंड प्रदेश में 79 लाख वोटर में से 37.43 लाख महिला वोटर हैं। उत्तराखंड विधानसभा में अब तक महिलाओं की भागीदारी की बात करें तो 2012 में सबसे ज्यादा 6 महिला विधायक चुनकर गई। 2017 में 5 और इससे पहले 2002 और 2007 के चुनाव में सिर्फ चार-चार महिला विधायक ही रहीं। ऐसे में भाजपा कांग्रेस के दावे अभी दूर के ढोल साबित हो सकते हैं। हालांकि कांग्रेस के यूपी में खेले जा रहे दांव से उत्तराखंड में महिलाओं की भागीदारी को लेकर पहले से ज्यादा असर पड़ना तय है। जो कि चुनाव में भी नजर आ सकता है।