उत्तराखंड कांग्रेस के लिए टेंशन या हरक और प्रीतम मिलकर देंगे हरीश रावत को टक्कर, जानिए क्या है मामला
हरक और प्रीतम सिंह की मुलाकात के तलाशे जा रहे सियासी समीकरण
देहरादून, 12 जुलाई। उत्तराखंड में सक्रिय राजनीति से दूर हो चुके पूर्व कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के अचानक सक्रिय होने से उत्तराखंड की सियासत एक बार फिर गरमाने लगी है। कांग्रेस का प्रीतम खेमा एक बार फिर हरक सिंह रावत को सक्रिय करने और अपने साथ लाने के लिए नई पारी खेलने की तैयारी में है। हालांकि हरक सिंह रावत ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं कि वे कब सक्रिय होकर सड़क पर सरकार के खिलाफ मुखर होंगे। लेकिन हरक सिंह ने इशारो ही इशारों पर हरीश रावत पर निशाना साधकर ये साफ कर दिया कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के अंदर हरक सिंह अपनी नई पारी खेलने को तैयार हैं।
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हरक को संगठन में भी नहीं मिली कोई भूमिका
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले अपनी बहू अनुकृति गुंसाई के साथ कांग्रेस का दामन थामने वाले हरक सिंह रावत चुनाव निपटने के बाद से खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। चुनाव में टिकट न मिलने के बाद ही हरक सिंह कांग्रेस से खफा नजर आने लगे थे, हालांकि बहू अनुकृति गुंसाई को टिकट दिलाकर हरक सिंह ने अपने कांग्रेस में आने का अपना मकसद तो पूरा कर लिया था, लेकिन पहली बार हरक सिंह की विधानसभा में एंट्री नहीं हो पाई। इसके साथ ही हरक को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब अनुकृति भी चुनाव हार गई। ऐसे में हरक के पास संगठन में भूमिका के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा लेकिन हरक सिंह को संगठन में भी कहीं किसी तरह की कोई जिम्मेदारी नहीं मिली तो हरक सिंह ने किसानी की तरफ अपना फोकस कर लिया।
हरक की भाजपाई से नजदीकियों की खबरें वायरल
इस बीच बीते दिनों हरक सिंह के सोशल मीडिया में भाजपा के नेताओं से नजदीकियां और मुलाकात को लेकर खबरें उठने लगी। हालांकि इसकी किसी ने पुष्टि नहीं की। इसके बाद कांग्रेस के दो बड़े चेहरे आप में शामिल हुए तो प्रीतम खेमा सक्रिय हो गया और सीधे हरक सिंह के आवास पर मुलाकात करने पहुंच गए। जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह की अगुवाई में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी, पूर्व विधायक राजकुमार और विजयपाल सजवाण के साथ ही महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा भी शामिल रहे।
प्रीतम और हरक के निशाने पर हरीश रावत
मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में हरक सिंह ने स्वीकारा कि विपक्ष यानि कांग्रेस सुस्त नजर आ रही है। एक मजबूत विपक्ष कहीं नजर नहीं आ रहा है। इसके लिए उन्होंने कांग्रेस को एकजुट होकर खड़े होने और सरकार के खिलाफ एकजुट होने का आह्रवान किया। इस दौरान हरक सिंह ने पूर्व सीएम हरीश रावत पर भी निशाना साधा। हरक सिंह ने कहा कि हरीश रावत काफी सीनियर नेता हैं लेकिन कभी-कभी नए राजनीतिज्ञ की भाषा बोल देते हैं। हरक सिंह से मिलने पहुंचे प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस नए कलेवर में जल्द ही नजर आएगी, वे भी हरीश रावत पर कटाक्ष करने से नहीं चूके। प्रीतम सिंह ने हरक सिंह को कांग्रेस का सिपाही बताया और भाजपा में वापसी की खबरों का खंडन किया।
हरीश रावत ने अपने अंदाज में हरक को दी सलाह
हरक सिंह के बयानों पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने अपने अंदाज में कहा है कि वे घर की बड़ी जेठानी की तरह सबको जगाने का काम कर रहे हैं। साथ ही राजनीति में हर प्रकार के टोटकों को अपनाने की भी हरीश रावत ने बात दोहराई है। हरीश रावत ने कहा कि वे अग्निवीर, गैरसेंण, महंगाई, पशुओं के मामले आदि कई उत्तराखंड के गंभीर मामलों को लेकर सरकार को जगाने का काम कर रहे हैं। इसमें कांग्रेस संगठन भी सक्रिय नजर आ रहा हैं। उन्होंने कांग्रेस संगठन को सुस्त करार देने के हरक सिंह के बयान को पूरी तरह से नकार दिया है।
हरक के साथ मिलकर प्रीतम खेल सकते हैं नई पारी
विधानसभा चुनाव के समय से जिस तरह प्रीतम खेमा हरीश रावत खेमे के सामने खुद को कमजोर महसूस कर रहा है। ऐसे में प्रीतम खेमे के सामने अब हरक सिंह रावत को अपने पाले में लाकर हरीश रावत के खिलाफ एकजुट होकर अपना वर्चस्व कायम करने का आखिरी मौका माना जा रहा है। प्रीतम सिंह खेमा प्रदेश अध्यक्ष से लेकर नेता प्रतिपक्ष के पदों में एक बार फिर से कांग्रेस हाईकमान पर प्रेशर बनाने की कोशिश में जुटे हैं। इसके लिए प्रीतम खेमा हरक सिंह रावत को अपने पाले में लाकर खुद को मजबूत बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
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